राकेश वालिया
हरिद्वार, 1 सितम्बर। कुंभ मेला प्रभारी व श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के श्रीमंहत दुर्गादास महाराज ने कहा है कि सरकार हरकी पौड़ी पर बह रही जलधारा को जल्द गंगा घोषित करे। जब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गंगा को स्क्रेप चैनल करने के लिए माफी मांग ली है तो अब सरकार क्यो पवित्र जलधारा को गंगा घोषित नहीं कर रही है। अनादि काल से मां गंगा अविरल व निर्मल बहकर प्राणी मात्र का उद्धार करती चली आ रही है और करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केन्द्र है। सरकार को संतो व करोड़ों श्रद्धालु भक्तों की भावनाओं का सम्मान करते हुए जल्द से जल्द इस जलधारा को गंगा घोषित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले के दौरान बड़ी संख्या में संत वर्षो से हरकी पौड़ी पर माँ गंगा में स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करते हैं। अब सरकार बताये कि संतो की आस्था के साथ खिलवाड़ क्यो किया जा रहा है। श्रीमहंत दुर्गादास महाराज ने कहा कि सरकार द्वारा मां गंगा के नाम को परिवर्तन कर लोगों को भ्रमित करने का काम किया जा रहा है। आदि अनादि काल से भारतीय संस्कृति की पहचान व शास्त्रों में वर्णित मां गंगा के नाम को किसी तरह से भी परिवर्तन संतों को स्वीकार नहीं है। मां गंगा के नाम से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार को जल्द प्रस्ताव लाकर संतो की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए और गंगा की सफाई भी करानी चाहिए। केदारनाथ आपदा के बाद गंगा की नियमित रूप से सफाई होनी चाहिए थी। गंगा में भारी मात्रा में सिल्ट आने के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ता जा रहा है जो आने वाले समय में आगे बसने वाले गांव के लिए खतरा बन सकता है। सरकार को इस ओर भी अपना ध्यान केन्द्रित कर जल्द से जल्द गंगा की सफाई भी करानी चाहिए।