Dharm

भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न हो जाते हैं महादेव-महंत जसविन्दर सिंह

विक्की सैनी

हरिद्वार, 6 जुलाई। भगवान शिव की आराधना से मन में प्रेम का अंकुर प्रस्फुटित होता है। जो व्यक्ति का परमात्मा से साक्षात्कार करवाकर उसके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। भगवान ने कर्म करने के लिए ही व्यक्ति को धराधाम पर भेजा है। जिसकी प्रधानता से वह महान बनता है। उक्त उद्गार कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने श्रावण मास के पहले सोमवार को अखाड़े में पूजा अर्चना के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। इस दौरान अखाड़े में भगवान शिव का भव्य श्रंग्रार व जलाभिषेक कर लोककल्याण की कामना की गयी और कोरोना महामारी से जल्द छुटकारा मिले इसके लिए ईश्वर से प्रार्थना की गयी। महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि देवों के देव महादेव भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उन्हें मनवांछित फल प्रदान करते हैं। जो दीन दुखी दीनानाथ के दरबार में आ जाता है। उसका जीवन सहज ही सफलता की ओर अग्रसर हो जाता है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव को प्रिय श्रावण मास में महोदव की आराधना का विशेष महत्व है। जो व्यक्ति विधानपूर्वक महादेव की आराधना करता है। उसके जीवन के समस्त पापों का नाश होता जाता है और वह व्यक्ति सुख समृद्धि व यश वैभव को प्राप्त करता है। महंत अमनदीप सिंह व महंत सतनाम ंिसंह महाराज ने कहा कि भगवान शिव सृष्टि के सर्वशक्तिमान देव हैं। संसार का आदि व अनंत भगवान शिव में ही समाहित है। श्रावण माह में नियमपूर्वक विधि विधान से भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से साधक के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। जीवन में छाया अंधकारी रूपी अज्ञान नष्ट हो जाता है और ज्ञान का प्रकाश होता है। इस दौरान महंत खेमसिंह, संत सुखमन सिंह, संत रामस्वरूप सिंह, संत तलविन्दर सिंह, संत जसकरण सिंह, संत रोहित सिंह, संत विष्णु सिंह आदि उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *