राकेश वालिया
हरिद्वार, 3 अगस्त। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज सोमवार को राममंदिर निर्माण भूमि पूजन में सम्मिलित होने के लिए अखाड़े के संतों के साथ अयोध्या रवाना हुए। श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज सतीघाट स्थित गुरूद्वारा गुरू अमरदास तीजी पातशाही की पवित्र मिट्टी व गंगा जल भी अपने साथ ले गए हैं। अयोध्या रवाना होने के अवसर राममंदिर निर्माण की शुभकामनाएं देते हुए श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि उनका पूरा जीवन भगवान श्रीराम को समर्पित रहा है। सैकड़ों बरसों के इंतजार के बाद बनने जा रहे श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन में सम्मिलित होना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि वे शुरू से ही मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे हैं। 1992 में मस्जिद गिराए जाने के बाद संतों व रामभक्तों में मंदिर बनने की आस जगी। लंबी कानूनी लड़ाई व पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयासों के बाद अब जाकर मंदिर निर्माण का सपना साकार हुआ है। मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने में संत समाज के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। जन जन के आराध्य भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण शुरू होने से समस्त संत समाज व रामभक्त स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के अवसर पर अखाड़े में दीपोत्सव मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी को मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम के चरित्र का अनुसरण करते हुए आदर्श समाज बनाने में सहयोग करना चाहिए। इस अवसर पर महंत अमनदीप सिंह महाराज, महंत रंजय सिंह, महंत खेमसिंह, महंत सतनाम सिंह, संत तलविन्दर सिंह, संत जसकरण सिंह, बीबी विनिन्दर कौर आदि मौजूद रहे।