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भगवान राम के अभिषेक के लिए जल लेकर आई कलश यात्रा का हुआ स्वागत

जूना अखाडा के साधु.संतों ने प्राण प्रतिष्ठा के लिए आ रहे जल, कलश, दीपक, घंटे के दर्शन किए

श्रीमहंत हरि गिरि महाराज, श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज व श्रीमहंत नारायण गिरि के साथ साधु.संत कारसेवक पुरम व राम सेवक पुरम पहुंचे

श्रीमहंत हरिगिरि महाराज के संरक्षण में अवधदत्त मंदिर में पंजाब के ज्वाला माता से आई ज्योत की स्थापना हुई

अयोध्याःअयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए देश.विदेश से जल, कलश, दीपक, घंटे आदि आ रहे हैं। इन सभी का जूना अखाडा के साधु.संतों ने शनिवार को दर्शन किया। श्री राम पैढी नागेश्वरनाथ मार्ग तुलसी घाट स्थित जूना अखाडा अवधदत्त मंदिर में पंजाब के ज्वाला माता से आई ज्योत की स्थापना भी की गई। हरिद्वार से भगवान के अभिषेक के लिए जल लेकर आई कलश यात्रा का स्वागत भी किया गया। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के नेतृत्व में जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज व श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज के साथ सभी साधु.संत कारसेवकपुरम व रामसेवकपुरम पहुंचे और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आ रहे जल, कलश, दीपक, घंटे आदि के दर्शन किए। राम मंदिर के लिए आ रही सामग्री के संयोजक अशोक तिवारी व विहिप के वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह पंकज, हनुमान मंदिर के महंत वैदेही बल्लभ शरण 52 मंदिर, प्रचारक करूणेश, अजय भाई से भी मुलाकात की गई। कारसेवकपुरम के आचार्य ऋषभ शर्मा, प्राण प्रतिष्ठा के लिए हो रहे अनुष्ठान में शामिल श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के आचार्य त्योराज उपाध्याय व आचार्य नित्यानंद से भी सभी साधु.संत मिले। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के नेतृत्व में श्री राम पैढी नागेश्वरनाथ मार्ग तुलसी घाट स्थित जूना अखाडा अवधदत्त मंदिर में 1 जनवरी से जप.अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। राम मंदिर आंदोलन में अपना बलिदान देने वाले गुरूमूर्तियों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, हवन आदि का आयोजन किया जा रहा है। श्री रामचरित मानस पाठ, रामस्त्रोत मंत्र, विष्णु सहस्रनाम, महाशिवपुराण, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड पाठ आदि का आयोजन भी हो रहा है, जो 28 फरवरी तक निरंतर चलेगा। मंदिर में शनिवार को पंजाब से ज्वाला माता से लाई गई ज्योत अग्निकंुड में श्रीमहंत हरिगिरि के संरक्षण में स्थापना की गई। हर की पौढी हरिद्वार, मायादेवी का पूजन-अर्चन करके निकली कलश यात्रा शनिवार को श्री राम पैढी नागेश्वरनाथ मार्ग तुलसी घाट स्थित जूना अखाडा अवधदत्त मंदिर पहुंची, जहां श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के नेतृत्व में यात्रा का स्वागत किया गया। कलश में जो जल हरिद्वार से लाया गया है, उससे प्राण प्रतिष्ठा के दौरान जूना अखाडे की ओर से भगवान राम का अभिषेक किया जाएगा। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, जूना अखाडे के सचिव श्रीमहंत महेश पुरी महाराज, श्रीमहंत शैलेंद गिरि महाराज, श्रीमहंत मनोहर गिरि महंत शनिचर भारती, जूना अखाडे हरिद्वार के प्रवक्ता गोपाल रावत, महंत मनोज गिरि, श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज के साथ दिल्ली से आए अंशुमान डोगरा, रामकिशन यादव, किन्नर अखाडे के महामंडलेश्वर पवित्रानंद गिरि, महंत पूर्णानंद गिरि, पंजाब से निर्वाण मंत्री शैलजा गिरि, दिल्ली गेट देवी मंदिर के महंत गिरिशानंद गिरि कार्तिक गिरि, महंत बामदेव गिरि उर्फ प्रीति माई, पंडित धनंजय, विनोद कुमार, बालकिशन आदि भी मौजूद रहे।जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य से भेंट कीबॉक्सजगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य सुग्रीव किला से भी भेंट की गई। विश्व हिंदू परिषद का कार्यालय व कार्यस्थली सुग्रीव किले में ही था और उसकी राम मंदिर आंदोलन में अहम भूमिका रही। राम जन्मभूमि का सिंह द्वारा सिंहद्वार सुग्रीव किले। के पास है जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य  से धर्म चर्चा हुई। साथ ही राम मंदिर व 22 जनवरी को रामलला के होने वाले प्राण प्र्रतिष्ठा समारोह को लेकर विशेष चर्चा की गई।

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