हरिद्वार, 7 मई। तीर्थ नगरी हरिद्वार में श्री स्वामीनारायण संप्रदाय की प्रतिष्ठित संस्था श्री स्वामी नारायण मंदिर आश्रम भूपतवाला के 19वें पाटोत्सव के अंतर्गत संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने श्री स्वामी नारायण आश्रम भूपतवाला के परमाध्यक्ष स्वामी हरिबल्लभ दास शास्त्री महाराज के प्रति मंगलकामनाएं प्रकट करते हुए कहा कि श्री स्वामीनारायण संप्रदाय सनातन हिंदू धर्म और संस्कृति को संरक्षित करते हुए देश विदेश में प्रचारित और प्रसारित कर रहा है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार स्थित श्री स्वामीनारायण आश्रम भूपतवाला समरसता और समन्वय का केंद्र है। जहां पर आकर ना केवल गुजरात से अपितु देश के विभिन्न भागों से हिंदू तीर्थयात्री धार्मिक अनुष्ठान आयोजित करते हैं। बल्कि यहां पर देश के विभिन्न भागो से आकर तीर्थयात्री पुण्य कमाते हैं। संत सम्मेलन के मध्य भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने संत जनों से आशीर्वाद लेते हुए कहा कि श्री स्वामी नारायण आश्रम भूपतवाला और उसके संस्थापक स्वामी हरिबल्लभ शास्त्री महाराज संत समाज को एकता के सूत्र में बांधने का काम करते हैं। संत समाज के लोकप्रिय संत हैं। संत सम्मेलन की अध्यक्षता श्री स्वामी नारायण संप्रदाय के प्रतिष्ठित संत गढ़पुर गुजरात के कोठारी महंत लक्ष्मीनारायण दास महाराज ने तथा संचालन महंत रविदेव शास्त्री ने किया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत राजेन्द्रदास, भारत माता मंदिर के श्रीमहंत एवं महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी ने स्वामी नारायण आश्रम के संस्थापक स्वामी हरिबल्लभ दास शास्त्री महाराज के प्रति मंगल कामनाएं प्रकट करते हुए आश्रम के पाटोत्सव पर उन्हें बधाई दी। महामण्डलेश्वर स्वामी कमलानन्द गिरी महाराज ने कहा कि राष्ट्र की एकता अखण्डता कायम रखने में संत महापुरूषों की अहम भूमिका रही है। स्वामी हरिवल्लभ दास शास्त्री महाराज देश भर में सेवा प्रकल्प चलाने के लिए बधाई के पात्र हैं। सम्मेलन में आए हुए संत जनों का आभार प्रकट करते हुए स्वामी हरिबल्लभ दास शास्त्री महाराज ने कहा कि श्री स्वामीनारायण संप्रदाय हिंदू समाज को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य कर रहा है। साथ ही सनातन हिंदू धर्म की मान्यताओं और परंपराओं, गुरु शिष्य परंपरा को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि आश्रम में सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए बटुक ब्राह्मण अध्ययनशील हैं। जिन्हें वेदों, पुराणों और धार्मिक ग्रंथों का ज्ञान देकर श्री स्वामी नारायण संप्रदाय को संवर्धित करने कार्य किया जा रहा है। इससे पूर्व आश्रम के मुख्यद्वार एवं भोजनालय का शिलान्यास जूना अखाड़ा के पूर्व सचिव स्वामी देवानंद सरस्वती, स्वामी माधवदास पुणे, नासिक के स्वामी जीवन दास, स्वामी चरण दास, स्वामी हरि प्रकाश महाराज ने किया। संत सम्मेलन में आए हुए संत जनों का स्वागत आश्रम के संचालक स्वामी आनंदस्वरुप शास्त्री, जयंत शास्त्री, धर्मानंदन शास्त्री, गंगासागर एवं यजमान कमलेश भाई जगानी, भीखूबा वडेर, दिनेश भाई, हेमंत भाई, चंदू भाई, कालू भाई, मनीष भाई पटेल आदि ने किया। संत सम्मेलन में म.म.स्वामी कमलानन्द गिरी, बाबा बलरामदास हठयोगी, स्वामी ऋषिश्वरानन्द, स्वामी प्रेमानन्द गिरी, स्वामी कृष्णानन्द, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी दिनेशदास, महंत दुर्गादास, महंत जसविन्दर ंिसह, नगर निगम पार्षद अनिरूद्ध भाटी, योगेश भगत, नीरज भाई, संजय वर्मा सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
Related Articles
भारत को महान बनाती है गुरू शिष्य परंपरा-आचार्य म.म.स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती
हरिद्वार, 22 मई। अटल पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती महाराज ने कहा है कि गुरु शिष्य परंपरा भारतीय संस्कृति की एक अनूठी पहचान है। जो संपूर्ण विश्व में भारत को महान बनाती है और इसी के बल पर आज भारत संपूर्ण विश्व का मार्गदर्शन कर रहा है। भूपतवाला स्थित जगदीश स्वरूप आश्रम में आयोजित […]
सनातन धर्म में गुरू का सर्वोच्च स्थान है-स्वामी कैलाशानंद गिरी
हरिद्वार, 24 जुलाई। निंरजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म में गुरू का सर्वोच्च स्थान है। कनखल स्थित आद्य शक्ति महाकाली मंदिर में गुरू पूर्णिमा के अवसर भक्तों को आशीर्वाद देते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि मां के बाद गुरु को ही सबसे […]
राष्ट्रीय एकता बनाए रखने के लिए सभी धर्माचार्यों को एक मंच पर आना होगा-श्रीमहंत सत्य गिरी
विक्की सैनी हरिद्वार, 3 जनवरी। श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़े के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत सत्यगिरी महाराज में कहा है कि राष्ट्रीय एकता अखंडता बनाए रखने के लिए सभी धर्माचार्यों को एक मंच पर आना होगा। तभी एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण हो सकता है। प्रेस को जारी बयान में श्रीमहंत सत्यगिरी महाराज ने कहा कि […]