विक्की सैनी
हरिद्वार, 3 जनवरी। श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़े के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत सत्यगिरी महाराज में कहा है कि राष्ट्रीय एकता अखंडता बनाए रखने के लिए सभी धर्माचार्यों को एक मंच पर आना होगा। तभी एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण हो सकता है। प्रेस को जारी बयान में श्रीमहंत सत्यगिरी महाराज ने कहा कि आज सनातन धर्म के विरुद्ध पूरे विश्व में एक षड्यंत्र रचा जा रहा है और धर्म पर कुठाराघात किया जा रहा है। लेकिन हिंदू धर्माचार्य और संत महापुरुषों ने ऐसे षड़यंत्रों के खिलाफ समय-समय पर आवाज उठा कर उनकी नीतियों को कामयाब नहीं होने दिया। अब आवश्यकता है कि सभी धर्मावलंबियों को एक मंच पर आकर एक सशक्त राष्ट्र निर्माण को लेकर एकजुट होना होगा और राष्ट्र रक्षा एवं धर्म रक्षा के लिए युवाओं को एकजुट करना होगा। आवाहन अखाड़े के सचिव श्रीमहंत राजेंद्र भारती महाराज ने कहा कि जब जब भी देश पर कोई विपदा आई है तो संत समाज ने हमेशा अग्रणी भूमिका निभाकर राष्ट्र की रक्षा की है। शास्त्र के साथ-साथ देश की रक्षा के लिए शस्त्र का प्रयोग भी ऋषि मुनि एवं संत महापुरुषों ने प्राचीन काल से किया है। संतों का शालीन आचरण सभी को प्रेरणा प्रदान करता है। लेकिन कुछ असामाजिक तत्व संत समाज को बदनाम करने में लगे हुए हैं। जिनका चेहरा समय के साथ उजागर होता रहता है। राष्ट्र निर्माण में संतों का अतुल्य योगदान जग जाहिर है। जरूरत है कि युवा पीढ़ी अपने धर्म एवं संस्कृति के प्रति जागृत होकर धर्म के संरक्षण संवर्धन में अपना योगदान प्रदान करें और संत महापुरुषों के साथ खड़े होकर हर चुनौती का डटकर मुकाबला करें। तभी देश को उन्नति की ओर अग्रसर किया जा सकता है और वह दिन दूर नहीं। जब भारत हिंदू राष्ट्र के रूप में एक शक्तिशाली देश बनकर ऊभरेगा।