विक्की सैनी
पांच अप्रैल को बिशनपुर कुण्डी से निकलेगी पेशवाई
हरिद्वार, 28 फरवरी। श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन के मुखिया महंत भगतराम महाराज ने कहा है कि कुंभ मेला स्वर्ग दर्शन के समान है। जिसके दौरान पतित पावनी मां गंगा के अमृतमयी जल का आचमन जो श्रद्धालु भक्त कर लेता है। उसका जीवन भवसागर से पार हो जाता है। कनखल पहाड़ी बाजार स्थित अखाड़े में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज से कुंभ मेले पर चर्चा करते हुए मुखिया महंत भगतराम महाराज ने कहा कि 3 अप्रैल को श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन की धर्म ध्वजा सभी संत महापुरुषों के सानिध्य में लहराई जाएगी। जिसके बाद 5 अप्रैल को भव्य पेशवाई ग्राम बिशनपुर कुंडी से निकाली जाएगी, जो विभिन्न मार्गो से होते हुए पहाड़ी बाजार स्थित अखाड़े की छावनी में पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला सनातन संस्कृति का सबसे बड़ा पर्व है। जिस दौरान मां गंगा में स्नान करने से आत्मा को उच्च लोकों की प्राप्ति सहजता से हो जाती है। संत महापुरुषों और मां गंगा के आशीर्वाद से कुंभ मेला दिव्य रुप से संपन्न होगा। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने कहा कि कुंभ मेला दुनिया भर में किसी भी धार्मिक प्रयोजन हेतु भक्तों का सबसे बड़ा संग्रहण है। जो विश्व में अनेकता में एकता का प्रचार संचारित करता है। कुंभ मेले के दौरान मां गंगा का आगमन और तपस्वी संत महापुरुषों का आशीर्वाद सौभाग्यशाली व्यक्ति को प्राप्त होता है। उन्होंने श्रद्धालु भक्तों से अपील करते हुए कहा कि हरिद्वार कुंभ मेले में आकर अपने जीवन को सफल बनाएं। साथ ही कोरोना गाइडलाइन का पालन अवश्य करें। महंत जगतार मुनि महाराज ने कहा कि संत महापुरुषों के तपोबल से पूरी दुनिया से श्रद्धालु भक्त आकर्षित होकर कुंभ मेले के दौरान आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं। कुंभ मेले की व्यवस्थाएं भी सभी के लिए सुचारू रूप से उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 12 वर्ष की लंबी अवधि के बाद कुंभ का आयोजन होता है। कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार को यात्रियों एवं श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए। ताकि को मेले के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े।