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समाज सेवा में निर्मल अखाड़े की अग्रणी भूमिका -ज्ञानी हरप्रीत सिंह

हरिद्वार, 10 फरवरी। सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब अमृतसर एवं संत ज्ञानेश्वर ज्ञानी हरदीप सिंह सिंह ने कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल पहुंचकर अखाड़े में स्थित गुरुद्वारे में शबद कीर्तन एवं अरदास कर विश्व कल्याण की कामना की। इस दौरान सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह महाराज ने कहा कि अनादि काल से समाज सेवा में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल अग्रणी भूमिका निभा रहा है। संतों का जीवन सदैव ही परोपकार को समर्पित रहता है और संत महापुरुष ही समाज का मार्गदर्शन कर समरसता का भाव प्रसारित करते हैं। निर्मल अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज के नेतृत्व में अखाड़ा दिन प्रतिदिन उन्नति की ओर अग्रसर हो रहा है और गंगाधर से अनेकों सेवा प्रकल्प चलाकर समाज को मानव सेवा का संदेश दे रहा है। उन्होंने कहा कि ज्ञानी महापुरुष ही एक उज्जवल समाज का निर्माण कर सकते हैं। संत ज्ञानी हरदीप सिंह महाराज ने कहा कि योग्य गुरु को ही सुयोग्य शिष्य की प्राप्ति होती है। श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज की प्रेरणा से कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज संत समाज का आदर सत्कार कर निर्मल भेख की परंपराओं को सुचारू रूप से संचालित कर रहे हैं। जोकि समस्त संत समाज के लिए गौरव की बात है। कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह एवं ज्ञानी हरदीप सिंह महाराज महान एवं तपस्वी संत महापुरुष हैं। जो संपूर्ण भारत का भ्रमण कर सनातन परंपरा और भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार कर युवा पीढ़ी को संस्कारवान बना रहे हैं। धर्म के संरक्षण संवर्धन के लिए इनके द्वारा किए गए कार्य सदैव युवाओं को प्रेरणा देते रहेंगे। हम सभी को अपनी संस्कृति और संस्कार का बोध होना चाहिए। युवा पीढ़ी देश का भविष्य है और युवा संत राष्ट्र रक्षा एवं धर्म रक्षा के लिए अपना योगदान प्रदान कर रहे हैं। इसीलिए भारत की पूरे विश्व में एक अलग पहचान है। इस अवसर पर कोठारी महंत दामोदर दास, महंत कमलदास, महंत सर्वज्ञ मुनि, महंत निर्भय सिंह, महंत अमनदीप सिंह, ज्ञानी महंत खेम सिंह, संत हरजोध सिंह, संत गुरजीत सिंह, संत सुखमण सिंह, संत तलविंदर सिंह, संत सिमरन सिंह, संत जसकरण सिंह सहित कई संत महापुरुष उपस्थित रहे।

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