नील पर्वत पर साक्षात रूप से विराजमान है मां चंडी देवी-महंत रोहित गिरी
हरिद्वार, 8 अक्टूबर। मां चंडी देवी मंदिर परमार्थ ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित गिरी महाराज ने कहा कि देवी भगवती की आराधना कभी निष्फल नहीं जाती है। चंडी चौदस पर श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि नील पर्वत पर देवी आदि शक्ति मां चंडी के रूप में साक्षात रूप से विराजमान है। दर्शन व पूजन के लिए आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनांए मां चंडी पूर्ण करती है। महंत रोहित गिरी महाराज ने कहा कि मां चंडी देवी की महिमा अपरंपार है और मां चंडी देवी की आराधना करने से व्यक्ति के अंतःकरण की शुद्धि होती है और उसमें उत्तम चरित्र का निर्माण होता है। जीवन को भवसागर से पार लगाना है तो भक्त मां के शरणागत होना चाहिए। मां अपने भक्तों से उसी प्रकार स्नेह करती है। जिस प्रकार एक मां अपने बच्चे का पालन पोषण करती है। मां चंडी देवी की आराधना से व्यक्ति में सात्विक विचारों का आगमन होता है और उसमें धार्मिक ऊर्जा का संचार होता है। उन्होंने कहा कि चंडी चौदस पर मां चंडी देवी अपने भक्तों पर विशेष कृपा बरसाती है। चंडी चौदस पर मंदिर में पूजा अर्चना के लिए आने वाले साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। इस अवसर पर आचार्य पंडित ओमप्रकाश देशवाल, आचार्य पडित पंकज रतूड़ी, आचार्य पंडित नंदकिशोर भट्ट, आचार्य पंडित मनमोहन कंडवाल, आचार्य पंडित शशीकांत सतबोला, पंडित अमित बेलवाल शास्त्री, पंडित राजेश शास्त्री, अनुपम, सुनील कश्यप, राजेंद्र, संजय कश्यप, मोहित तोमर, सुनील सिंह तोमर, तुलसी, दीपक, अवनीश त्रिपाठी, मनोज डोभाल आदि मौजूद रहे।