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ज्ञान का सागर हैं गुरू .स्वामी हरिहरानंद

हरिद्वारए13 जुलाई। श्री गरीबदास साधु धर्मशाला सेवा आश्रम में गुरु पूर्णिमा पर्व पर ब्रह्मलीन स्वामी महामंडलेश्वर डाण्श्यामसुंदर दास शास्त्री महाराज को स्वामी रविदेव शास्त्री स्वामी हरिहरानंद एवं स्वामी दिनेश दास महाराज ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें एक महान संत बताया। इस अवसर पर स्वामी हरिहरानंद महाराज ने कहा कि गुरु ज्ञान का सागर है। जो समाज को ज्ञान की प्रेरणा देकर मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करते हैं। जिस व्यक्ति के जीवन में गुरु का प्रवेश हो जाता है। वह निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर रहता है। युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा कि गुरु अपने शिष्य को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं और उसके उज्जवल भविष्य का निर्माण करते हैं। प्रत्येक शिष्य को अपने गुरु के प्रति भक्ति और कृतज्ञता का भाव रखना चाहिए और उनकी प्रत्येक आज्ञा का पालन करते हुए उनके बताए मार्ग का अनुसरण करना चाहिए। तभी शिष्य का कल्याण निश्चित है। स्वामी दिनेश दास महाराज ने कहा कि गुरु और शिष्य का रिश्ता सबसे पवित्र रिश्ता माना जाता है। गुरु पूर्णिमा पर्व पर सभी को अपने गुरु के चरणों को स्पर्श करते हुए उनकी प्रेरणा से अच्छे कार्य करने का संकल्प लेना चाहिए।

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