Haridwar

श्री वैश्य बंधु समाज मध्य क्षेत्र की बढ़ती लोकप्रियता से घबराये विरोधी, निष्कासन का कर रहे भ्रामक प्रचार -अशोक अग्रवाल

विक्की सैनी
हरिद्वार, 18 अगस्त। श्री वैश्य बंधु समाज मध्य क्षेत्र हरिद्वार रजि. की आवश्यक बैठक रानीपुर स्थित कैम्प कार्यालय पर आयोजित की गयी। बैठक में मुख्य रूप से संस्थापक अध्यक्ष अशोक अग्रवाल को मिलते जुलते नाम वाले संगठन द्वारा निष्कासित किए जाने की झूठी घोषणा पर निंदा प्रस्ताव पास किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष महावीर मित्तल ने कहा कि समाज सेवा के क्षेत्र के उल्लेखनीय कार्य कर समाज में अपनी विशिष्ट पहचान कायम करने वाले श्री वैश्य बंधु समाज मध्य क्षेत्र हरिद्वार रजि. को बदनाम करने व संस्था के संस्थापक अध्यक्ष अशोक अग्रवाल की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से झूठी खबरें फैलायी जा रही है। महावीर मित्तल ने कहा कि अशोक अग्रवाल को एक मिलते जुलते नाम वाले संगठन से निष्कासित करने की झूठी व बेबुनियाद खबर समाज में फैलायी जा रही है। उन्होंने कहा कि अशोक अग्रवाल श्री वैश्य बंधु समाज मध्य क्षेत्र हरिद्वार रजि. के संस्थापक अध्यक्ष हैं। उन्हें संगठन से निष्कासित किए जाने की खबर फैलायी जा रही है। जो कि पूरी तरह से तथ्यहीन है। उन्होंने वैश्य समाज के लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी को इस झूठी अफवाह की सत्यता अवश्य जांच लेनी चाहिए। महासचिव जयभगवान गुप्ता व संगठन मंत्री सुमित गोयल ने कहा कि वर्ष 2015 में श्री वैश्य बंधु समाज मध्य क्षेत्र हरिद्वार रजि. के नाम से संस्था की स्थापना के बाद से ही अशोक अग्रवाल संगठन के संस्थापक अध्यक्ष चले आ रहे हैं। अशोक अग्रवाल के नेतृत्व में संस्था लगातार समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय है। संस्था की सकारात्मक गतिविधियों से निराश एक मिलते जुलते नाम के संगठन के कुछ पदाधिकारी वैश्य समाज में भ्रम की स्थिति फैलाने के लिए तथ्यहीन व भ्रामक प्रचार कर रहे हैं। वैश्य समाज के लोगों को ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए। कोषाध्यक्ष विनीत अग्रवाल ने कहा कि अशोक अग्रवाल को बदनाम करने का षड़यंत्र रचने वाले लोगों की जांच होनी चाहिए। मिलते जुलते नाम से संगठन का गठन करने का उद्देश्य ही समाज को भ्रमित करना है। संस्थापक अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने कहा कि उन्हें जिस संगठन से निष्कासित करने का दावा किया जा रहा है वे ना तो उस संगठन के सदस्य हैं और ना ही पदाधिकारी। ऐसे में उन्हें निष्कासित करने का कोई भी औचित्य समझ से बाहर है। ऐसा संस्था की बढ़ती लोकप्रियता से परेशान होकर संगठन में फूट डालने के उद्देश्य से किया जा रहा है। 2015 में विधिवत रूप से श्री वैश्य बंधु समाज मध्य क्षेत्र हरिद्वार रजि. का गठन होने के बाद से ही 21 सदस्यीय कार्यकारिणी के सामूहिक नेतृत्व में संस्था समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही है। अशोक अग्रवाल ने कहा कि उनके निष्कासन की खबर पूरी तरह से बेबुनियाद, निराधार व भ्रामक है। बैठक में वीके गुप्ता, आरके गुप्ता, प्रमेश गुप्ता, डा.अजय अग्रवाल, राजेंद्र जिंदल, रविन्द्र गुप्ता, मुदित तायल, गजेंद्र सिंघल, सुमित गोयल, राजीव गुप्ता, आशु गुप्ता, संजय अग्रवाल, आशीष गुप्ता, आशीष अग्रवाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

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