विक्की सैनी
हरिद्वार, 21 जुलाई। उत्तराखंड सरकार अमृत योजना के नाम पर हरिद्वार शहर में चल रहे विकास कार्यो को अभी तक तेज नहीं कर पायी है। शहर में चारांे और सड़कें खुदी पड़ी हैं। जिससे लोगों आने जाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। अम्रत योजना के तहत शहर को पूरी तरह से खोद के रख दिया गया है। शहर में अंडरग्राउंड गैस पाईप लाईन, बिजली लाईन, सीवर लाईन आदि बिछाने का कार्य चल रहा है। लेकिन धीमी गति से चल रहे विकास कार्यो के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विकास कार्यों के लिए खोदी सड़कों पर गड्ढों लगातार हो रही बरसात का पानी भर रहा है। गड्ढों में बारिश का पानी भरने से दुकानों, मकानों के गिरने का खतरा बना हुआ है। अगले वर्ष महाकुंभ संपन्न होना है। यदि समय पर कार्य पूरे नहीं हुए तो संतों व श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। सरकार को जल्द से जल्द सभी कार्य पूरे कराने चाहिए। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि चंद्राचार्य चैक व भगत सिंह चैक पर हर साल होने वाली जलभराव की समस्या का आज तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। ज्वालापुर का चैक बाजार, कड़च्छ, पीठ बाजार, गुरूद्वारा रोड़, ट्रक यूनियन, जटवाड़ा पुल, कटहरा बाजार आदि इलाकों में भी जलभराव की समस्या का कोई समाधान आज तक नहीं किया गया। हर साल बरसात का पानी भरने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सरकार को कुंभ शुरू होने से पूर्व विकास कार्य पूरे कराने पर ध्यान देना चाहिए।