राकेश वालिया
हरिद्वार, 11 फरवरी। देवों के देव महादेव भगवान शिव की आराधना से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। जो श्रद्धालु सच्चे मन से महादेव की शरण में आ जाता है। उसका जीवन भवसागर से पार हो जाता है। उक्त उद्गार निराला धाम की परमाध्यक्ष राजमाता आशा भारती महाराज ने आश्रम में आयोजित शिव शक्ति महायज्ञ के विश्राम अवसर पर श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। राजमाता आशा भारती महाराज ने कहा कि भगवान शिव अत्यंत सौम्य एवं सरल हैं। जो भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। पतित पावनी मां गंगा के तट पर गुरु गद्दी के सानिध्य में नागेश्वर महादेव का पूजन जो व्यक्ति कर लेता है। उसके जीवन की समस्त कठिनाइयों का समूल नाश हो जाता है और उसके जीवन में सुख समृद्धि का वास होता है। उन्होंने कहा कि विश्व कल्याण के लिए ब्रह्मलीन स्वामी लहरी बाबा महाराज की प्रेरणा से प्रतिवर्ष विराट शिवशक्ति महायज्ञ का आयोजन किया जाता है। धार्मिक अनुष्ठानों से देश में नई ऊर्जा का संचार होता है। नागेश्वर महादेव के निमित्त की गई पूजा अर्चना निश्चित तौर पर भक्तों का कल्याण करती है। राजमाता आशा भारती महाराज के कृपा पात्र शिष्य स्वामी नित्यानंद ने बताया कि वृद्धावस्था में भी पूज्य गुरुदेव राजमाता आशा भारती महाराज द्वारा शिव गद्दी की कठोर साधना की जाती है। उनके द्वारा की गई कठोर साधना निश्चित ही मानव जाति को लाभ प्रदान करती है। ब्रह्मलीन स्वामी लहरी बाबा महाराज एक दिव्य महापुरुष थे। जिन के पद चिन्हों पर चलकर ही राष्ट्र निर्माण में अपना अहम योगदान प्रदान किया जा रहा है। म.म.स्वामी सोमेश्वरानन्द गिरी महाराज ने कहा कि भगवान शिव सृष्टि के सर्वशक्तिमान देव हैं। नियमपूर्वक भगवान शिव की पूजा अर्चना करने वाले साधक का जीवन सदैव कष्टरहित रहता है। निरालाधाम की परमाध्यक्ष राजमाता आशा भारती महाराज की शिवसाधना का लाभ निश्चित रूप से देश को मिलेगा और कोरोना जैसी महामारी का खात्मा होगा। इस दौरान स्वामी रवि देव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी दिनेश दास, यजमान रमेश मिड्डा, राजकुमार अरोड़ा, संदीप कुमार, महेश इंद्र शर्मा आदि उपस्थित रहे।