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पंचायत के प्रशासक कार्यकाल में खर्च हुए 20 करोड़ रूपए का बोर्ड गठन के बाद हुआ भुगतान


मात्र 15 मिनट में ही संपन्न हो गई जिला पंचायत की बोर्ड बैठक


हरिद्वार। शनिवार को जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में विभिन्न मदों से प्राप्त होने वाली धनराशि से विकास योजनाओं के चयन पर विचार किया गया। बैठक के दौरान पूर्व अध्यक्ष ने अपर मुख्य अधिकारी से अब तक सदस्यों को आवंटित की गई धनराशि की सूची मुहैया कराने की बात कही है। जिला पंचायत सभागार में आयोजित बैठक में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी राजेंद्र सिंह के प्रश्न पर अपर मुख्य अधिकारी ने प्रशासक कार्यकाल में 20 करोड़ के विकास कार्यों का भुगतान किए जाने की बात कही है। जबकि शपथ ग्रहण के दौरान उस समय बोर्ड के पास कुल 53 करोड रुपए था। पूर्व अध्यक्ष ने अपर मुख्य अधिकारी से अब तक सदस्यों को आवंटित धनराशि की सूची मुहैया कराने को बात कही है। उन्होंने बोर्ड गठन के समय जिला पंचायत के पास उपलब्ध बजट के बारें में जानकारी ली। विकास योजनाओं के लिए अब तक कितना पैसा आया है, इस बारे में भी उन्होंने जानकारी मांगी। भगवानपुर में जिला पंचायत मार्केट की दुकानें एनएच विस्तारीकरण के चलते क्षतिग्रस्त होने का मामला भी सदन में उठाया गया। सदस्य अंशुल ने बताया कि जिला पंचायत की विभिन्न स्थानों पर निर्मित दुकानों के स्थानांतरण के लिए प्रथम एवं द्वितीय तल की फीस बराबर है और उन्होंने प्रस्ताव रखा कि द्वितीय तल की दुकानों की फीस प्रथम तल की दुकानों की फीस से अधिक होनी चाहिए। जिस पर अपर मुख्य अधिकारी ने जिला पंचायत को आर्थिक क्षति न हो इसके लिए कमेटी गठित करने की जानकारी दी। इस पर जिला पंचायत सदस्य चौधरी राजेंद्र सिंह ने आपत्ति जताते हुए कहा कि 40 साल से जिला पंचायत ने जो रेट तय किए हैं, उसमें शासन से अनुमति का क्या औचित्य है। शासन को किराया तय करने का अधिकार नही है, बोर्ड ही किराया तय करेगा। लाभार्थियों का अनावश्यक उत्पीड़न न करें। इस अवसर पर भगवानपुर विधायक ममता राकेश, लक्सर विधायक मोहम्मद शहजाद समेत जिला पंचायत सदस्य मौजूद रहे।

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