Dharm

जीवन के सर्वोच्च शिखर पर ले जाती है देवी भवगती की आराधना-श्रीमहंत रविन्द्रपुरी


हरिद्वार, 30 सितम्बर। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा है कि मां देवी भगवती की आराधना व्यक्ति के जीवन को सर्वोच्च शिखर पर ले जाती है। अपनी शरण में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु भक्तों का उद्धार कर मां भगवती उन्हें मनवांछित फल प्रदान करती है। कनखल स्थित अखाड़े में नवरात्रि के पांचवे दिन मां की विशेष आराधना के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि मां भगवती का आशीर्वाद संपूर्ण विश्व पर समान रूप से बरसता है। मां के प्रति श्रद्धा और समर्पण व्यक्ति का जीवन भवसागर से पार लगाती है। नवरात्रि के दिनों में मां भगवती की आराधना से साधक के सभी कष्ट दूर होते हैं और सुख समृद्धि और धन-धान्य से घर परिपूर्ण रहता है। 9 दिनों तक मां के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा व्यक्ति के जीवन में अत्यधिक महत्वपूर्ण बदलाव लाती है। प्रत्येक स्वरूप से व्यक्ति को सहस्र गुना पुण्य फल की प्राप्ति होती है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि यदि व्यक्ति को अपने कल्याण का मार्ग प्रशस्त करना है तो मां जगदंबा की शरण में आना चाहिए। मां अपने प्रत्येक भक्तों का संरक्षण पर उनका कल्याण करती है। श्री महंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि मां की शक्ति अपरंपार है। जगत जननी और सभी का कल्याण करने वाली देवी भगवती अत्यंत सौम्य और ममतामयी है। जो अपने भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है। जो दीन दुखी मां के दरबार में आ जाता है। उसका कल्याण देवी भगवती स्वयं करती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *