श्रीराम कथा के श्रवण से होता है उत्तम चरित्र का निर्माण – राजगुरु स्वामी संतोषानंद
हरिद्वार 16 फरवरी। महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा है कि श्रीराम कथा के श्रवण से व्यक्ति में उत्तम चरित्र का निर्माण होता है। जिससे वह सत्य और धर्म के मार्ग पर अग्रसर रहकर अपने मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करता है। भारत माता पुरम में स्थित एकादश रुद्रपीठ आश्रम में श्रीराम कथा के प्रारंभ से पूर्व भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान श्रद्धालु भक्तों को कथा का महत्व समझाते हुए राजगुरु स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा कि प्रभु श्री राम जन-जन के आराध्य है। जिनका जीवन चरित्र हम सभी के लिए आदर्श है। हमको उनके मर्यादा पूर्ण जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र की उन्नति में अपने सहयोग को सुनिश्चित करना चाहिए। वास्तव में श्रीराम कथा भगवान की लीला, चरित्र व गुणों की गाथा है। इसके श्रवण और कथन के प्रति हमेशा एक नवीनता का भाव बना रहता है। भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के चरित्र में प्रदर्शित त्याग और तपस्या की बातों को निरंतर श्रवण करते रहने से श्रोताओं के अंदर भी ऐसे ही महान गुणों का समावेश हो जाता है। क्योंकि श्रीराम कथा तन-मन को पवित्र कर उज्जवल करने के साथ-साथ जीवन शैली और आत्मा को नया रूप देती है। राजगुरु स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा कि हम सभी को कथा का श्रवण अवश्य करना चाहिए। श्रीराम कथा के श्रवण से व्यक्ति का शारीरिक शुद्धिकरण होता है। साथ ही समस्त सांसारिक दुखों से मुक्ति मिलती है। स्वामी संतोषानंद महाराज के शिष्य सुरेंद्र अग्रवाल एवं संजय गोयल ने बताया कि कथा के संपन्न होने पर भव्य संत सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। कथा के मध्य में ब्राह्मण सभा अलंकरण समारोह का भी आयोजन होगा। जिसमें समाज के विभिन्न वर्ग से जुड़े लोगों का सम्मान भी किया जाएगा। इस दौरान कथा के मुख्य यजमान नंदिनी तिवारी, आरडी मणि तिवारी, पंडित संत राम भट्ट, मीना शर्मा, हरिमोहन शर्मा, रामकटोरी तिवारी, मायाराम तिवारी, सुशील शर्मा, सुधा शर्मा, अरविंद शर्मा, विजय शर्मा, ओम प्रकाश शर्मा, पंडित सुरेंद्र शर्मा, अरविंद त्रिपाठी, आत्माराम पाठक, देवेंद्र शर्मा, आर के पांडे, शशिकांत द्विवेदी, संजय मिश्रा, राजीव मिश्रा, रामस्वरूप पंसारी, राजू चौहान, राजेश चौहान, एमएस कुशवाह, पंडित बीके शर्मा, स्वामी आदित्यनाथ महाराज, सुनीता भदौरिया, प्रभा शर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।