हरिद्वार, 4 सितम्बर। उदासीनाचार्य भगवान श्रीचंद्र की 528वीं जयंती कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन में संत महापुरूषों के सानिध्य में समारोह पूर्वक मनायी जाएगी। श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन के मुखिया महंत भगतराम महाराज ने बताया कि अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज की अध्यक्षता में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम में सभी अखाड़ों के संत महापुरूष व महामण्डलेश्वर उपस्थित रहेंगे। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक सहित कई दलों के नेता भी कार्यक्रम में शामिल होंगे और संतों से आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। मुखिया महंत भगतराम महाराज ने बताया कि भगवान श्रींचंद्र ने पूरे देश का भ्रमण कर समाज का मार्गदर्शन किया और ज्ञान का प्रसार कर कुरीतियों को दूर किया। सभी को उनकी शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए मानव कल्याण में योगदान देना चाहिए। इस अवसर पर महंत धुनीदास, महंत मंगलदास, महंत त्रिवेदी दास, सुनील गुड्डु मौजूद रहे।
Related Articles
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने श्री दक्षिण काली मंदिर मे किया भगवान शिव का रूद्राभिषेक
विक्की सैनी सब मनोरथ पूर्ण करते हैं भगवान शिव-आचार्य स्वामी कैलाशानंद गिरी हरिद्वार, 3 अगस्त। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस. ने श्री दक्षिण काली मंदिर पहुंचकर पत्नि संग निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के सानिध्य में पूजा अर्चना की और भगवान शिव का रूद्राभिषेक कर विश्व कल्याण की कामना की। […]
लव जिहाद के खिलाफ फांसी की सजा सुनिश्चित करें केंद्र सरकार- स्वामी ऋषिश्वरानंद
हरिद्वार 28 नबम्वर। श्री चेतन ज्योति आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा है कि देश में लव जिहाद के खिलाफ कड़ा कानून बनना चाहिए और श्रद्धा हत्याकांड जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम देने वाले अपराधियों को बीच सड़क पर फांसी की सजा दी जाए। प्रेस को जारी बयान में स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने […]
अमोघ फल प्रदान करती है श्रीमद्भागवत कथा-आचार्य म.म.स्वामी कैलाशानन्द गिरी
हरिद्वार, 26 मई। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति में उत्तम चरित्र का निर्माण होता है। जिससे वह स्वयं को सबल बनाकर अपने कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। भूपतवाला स्थित श्री तुलसी मानस मंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन बतौर […]