राकेश वालिया
हरिद्वार, 11 अगस्त। भूपतवाला स्थित भूमा निकेतन में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व के अवसर पर पूरे भूमा निकेतन को बिजली की झालरों से सजाया गया। आश्रम में भगवान श्रीकृष्ण के बालरूप को दर्शाने वाली सुन्दर झांकिया सजायी गयी। इस दौरान भक्तों को श्रीकृष्ण महिमा से अवगत कराते हुए भूमा पीठाधीश्वर स्वामी अच्यूतानंद तीर्थ महाराज ने कहा कि भक्तों द्वारा कन्हैया, श्याम, गोपाल, केशव, द्वारकेश, द्वारकाधीश, वासुदेव आदि अनेक नामों से पुकारे जाने वाले श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के 8वें अवतार हैं। युगपुरूष भगवान श्रीकृष्ण निष्काम कर्मयोगी, एक आदर्श दार्शनिक, स्थितप्रज्ञ एवं दैवी संपदाओं से सुसज्जित महान थे। गीता के रूप में संकलिल महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन को दिए गए श्रीकृष्ण के उपदेश समाज का मार्गदर्शन करते हैं। जगत के तारणहार के रूप में पृथ्वी पर अवतरित हुए भगवान श्रीकृष्ण ने बाल्यकाल में ही अनेक लीलाएं करते हुए समाज को कष्टों से मुक्ति दिलायी। बाल्य अवस्था में उनके द्वारा किए गए बड़े बड़े कार्य किसी सामान्य मनुष्य के लिए सम्भव नहीं थे। महाभारत के युद्ध में उन्होंने अर्जुन के सारथी की भूमिका निभाई और भगवद्गीता का ज्ञान दिया। भगवद्गीता में श्रीकृष्ण द्वारा दिए गए उपदेश आज भी समाज का मार्गदर्शन कर रहे हैं। युवाओं को भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र कल्याण में अपना योगदान देना चाहिए।
इस दौरान भक्तों द्वारा सुन्दर भजन प्रस्तुत किए गए। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में माखन मिश्री का प्रसाद वितरित कर जगत कल्याण की कामना की गयी। इस अवसर भूमा निकेतन के प्रबंधक राजेंद्र शर्मा, भूमानंद नर्सिंग कालेज की प्रिंसीपल एंगियार कन्नी, आन्नद वल्लभ पाण्डे, आचार्य गौरव, आचार्य सुनील, आचार्य अनिल, भाजपा युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष विदित शर्मा, आचार्य गौरव वशिष्ठ, देवराज तोमर आदि मौजूद रहे।