राकेश वालिया
हरिद्वार, 19 नवंबर। निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा है कि भगवान कार्तिकेय की आराधना मात्र से ही व्यक्ति धन, कीर्ति तथा स्वर्गलोक को प्राप्त कर लेता है। अपनी शरण में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु भक्त का उद्धार कर भगवान कार्तिकेय उसे भवसागर से पार लगाते हैं। मायापुर स्थित श्रीपंचायती अखाड़ी निरंजनी में छठ पूजा पर मनाए जाने वाले निरंजनी अखाड़े के इष्टदेव भगवान कार्तिकेय क जन्मदिन का महत्व बताते हुए श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि भगवान कार्तिकेय को कार्तिक माह की षष्ठी अतिप्रिय है। इस दिन वह संसार में मौजूद हर तरह के दुख और दरिद्रता का नाश कर देते हैं। भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर कार्तिकेय भगवान मनवांछित फल प्रदान करते हैं। महंत मनीष भारती महाराज ने कहा कि भगवान शिव और देवी पार्वती की आराधना से भगवान कार्तिकेय भी अतिप्रसन्न होते हैं और साधक के सभी मनोरथ पूर्ण करते हैं। महंत डोंगर गिरी महाराज ने कहा कि भगवान कार्तिकेय शक्ति और ऊर्जा के प्रतीक हैं। जिनकी आराधना से उच्च योगों की प्राप्ति हाती है। दिगम्बर महंत अम्बिकापुरी महाराज ने जानकारी दते हुए बताया कि कल (आज) श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में अखाड़े के इष्टदेव भगवान कार्तिकेय का जन्मदिवस सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों के सानिध्य में धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दौरान दिगंबर राजेंद्र भारती, महंत केशवपुरी, महंत दिनेश गिरी, महंत राधेगिरी, महंत नरेश गिरी, स्वामी शिव वन, स्वामी रघु वन, स्वामी मधुर वन, दिगंबर बलबीर पुरी, दिगंबर आशुतोष पुरी आदि उपस्थित रहे।