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समाज का मार्गदर्शन करने में संत महापुरूषों की अहम भूमिका-श्रीमहंत रविन्द्रपुरी

राकेश वालिया

हरिद्वार, 25 मार्च। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी स्थित चरण पादुका मंदिर में श्रीमहंत राधे गिरी महाराज का अवतरण दिवस मनाया गया। इस दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने कहा कि प्राणी मात्र के कल्याण हेतु धरा पर संतों का अवतरण होता है। जिनके हृदय में भगवान अवतरित होकर समाज में ज्ञान एवं आनंद का प्रकाश प्रसारित करते हैं। उन्होंने कहा कि संत अतवरण के कारण समाज में भगवत सप्ताह, भगवत ज्ञान एवं भागवत बुद्धि के कर्मों का सिलसिला विद्यमान रहता है। उन्होंने कहा कि संत महापुरुषों के तप बल से ही भारत में सनातन धर्म और संस्कृति व्याप्त है। देश दुनिया को ज्ञान का संदेश प्रदान करने में महापुरुषों की सदैव अहम भूमिका रही है। मा मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि समाज का मार्गदर्शन करने में सत महापुरूषों की अहम भूमिका है। संतो का जीवन सदैव ही परोपकार को समर्पित रहता है। श्रीमहंत राम रतन गिरी महाराज ने कहा कि महापुरुषों ने सदैव समाज को प्रेरणा दी है। व्यक्ति को सदैव सत्य के मार्ग पर अग्रसर रहकर समाज कल्याण में अपना योगदान प्रदान करना चाहिए। महंत केशव पुरी महाराज ने कहा कि संतों के सानिध्य में व्यक्ति का कल्याण संभव है। संत ही अपने भक्तों का परमात्मा से साक्षात्कार करवाते हैं। व्यक्ति को गुरु की शरण में रहकर सदैव उनके बताए मार्ग को अपनाना चाहिए। श्रीमहंत राधे गिरी महाराज एवं श्रीमहंत दिनेश गिरी महाराज ने कहा कि भगवत सत्ता में ही जीवन का आनंद है। महापुरुष सदैव ही समाज के प्रेरणा स्रोत रहे हैं। जिनके उपदेश पाकर विकृत बुद्धि का व्यक्ति भी सत्य के मार्ग को अपनाकर अपने कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने कहा कि संतों के आशीर्वाद से व्यक्ति का जीवन भवसागर से पार हो जाता है और गंगा तट पर गुरु का सानिध्य सौभाग्यशाली व्यक्ति को प्राप्त होता है। इस दौरान श्रीमहंत लखन गिरी, महंत नीलकंठ गिरी, महंत केशवपुरी, महंत मनीष भारती, श्रीमहंत ओंकार गिरी, महंत नरेश गिरी, स्वामी आशुतोष पुरी, स्वामी रघुवन आदि संतजन मौजूद रहे।

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