राकेश वालिया
हरिद्वार, 12 जनवरी। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन की छावनी पहुंचकर श्रीमहंत महेश्वरदास एवं कुंभ मेला प्रभारी मुखिया महंत दुर्गादास महाराज से कुंभ मेले को लेकर चर्चा की। चर्चा के दौरान श्रीमहंत महेश्वरदास महाराज ने कहा कि अखाड़ा अपनी और से कुंभ मेले की तैयारियां जोरशोर से कर रहा है। लेकिन मेला प्रशासन का नाममात्र का सहयोग ही अखाड़ों को मिल पा रहा है। अखाड़ों में सफाई कर्मचारियों की तैनाती, बिजली, पानी, सीवर आदि की व्यवस्थाओं को पूर्ण रूप से लागू नहीं किया जा रहा है। जिससे आश्रम अखाड़ों में कई तरह के व्यवधान आ रहे हैं। बैरागी कैंप से कनखल को जोड़ने वाले अस्थाई पुलों का निर्माण भी अभी तक नहीं हुआ है। जिससे कुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं को असुविधा का सामना करना पड़ेगा। कुंभ मेला प्रभारी मुखिया महंत दुर्गादास महाराज ने कहा कि कनखल के अधिकांश मार्गो पर अतिक्रमण व्याप्त है और सड़क की हालत भी खस्ताहाल है। संतों के बार बार आग्रह करने के बाद भी मेला प्रशासन के लोग कोई सुध नहीं ले रहे हैं। ऐसा लगता ही नहीं कि कुंभ के आयोजन को लेकर मेला प्रशासन गंभीर है। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि मेला प्रशासन जल्द से जल्द अखाड़ों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने के साथ धर्मध्वजा के लिए लकड़ी उपलब्ध कराए और पेशवाई मार्गो को भी दुरूस्त किया जाए। जिससे समय रहते सभी व्यवस्थाएं पूर्ण हो सकें और संतों व श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े। इस दौरान म.म.स्वामी संतोषानंद देव, महंत दामोदर दास, महंत निर्मलदास, महंत प्रेमदास, महंत दर्शनदास, महंत जयेंद्रमुनि आदि मौजूद रहे। वहीं दूसरी और श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसवेंद्र सिंह महाराज व महंत अमनदीप सिंह महाराज ने निरंजनी अखाड़े पहुंचकर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज से कुंभ मेले पर चर्चा की।