राकेश वालिया
हरिद्वार, 18 जनवरी। श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े के सचिव महंत रामशरण दास महाराज ने कुंभ मेला कार्यों को लेकर बैरागी कैंप की अपेक्षा किए जाने पर मेला प्रशासन के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। बैरागी कैंप स्थित श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े में पत्रकारों से वार्ता करते हुए महंत रामशरण दास महाराज ने कहा कि बैरागी कैंप क्षेत्र प्राचीन काल से वैष्णव संतो के लिए आरक्षित भूमि रही ह।ै जिसमें कुंभ मेले के दौरान लाखों बैरागी संत देश विदेश से आगमन करते हैं। कुंभ मेला प्रारंभ हो चुका है। परंतु मेला प्रशासन द्वारा अखाड़ों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि बैरागी कैंप क्षेत्र में अभी तक बिजली पानी शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। भूमि आवंटन के नाम पर भी मेला प्रशासन बार-बार वैष्णव संतो को बरगला रहा है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महंत रामशरण दास महाराज ने आरोप लगाते हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति के लिए अवैध रूप से बैरागी कैंप में आबादी को विकसित किया गया है और अतिक्रमण के नाम पर तीनों बैरागी अनीयों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि बैरागी कैंप क्षेत्र को अपने पुराने स्वरूप में लाया जाए। संपूर्ण मेला क्षेत्र से अतिक्रमण हटाकर बैरागी कैंप क्षेत्र की भूमि को बैरागी संतों के लिए आरक्षित किया जाए। महंत रामशरण दास महाराज ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के साथ होने वाली बैठक में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा था कि तीनों वैरागी अनी अखाड़े 2010 से पहले अपने अस्तित्व में है। फिर मेला प्रशासन द्वारा वैष्णव संतो को उपेक्षित क्यों किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार इस ओर ध्यान देकर बैरागी संतों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएं अन्यथा बैरागी संत उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।