विक्की सैनी
हरिद्वार।
जमालपुर रेलवे फाटक पर ट्रेन की चपेट में आने से चार युवकों की मौत के बाद लोगों के रोष को देखते हुए पुलिस ने रेलवे के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतकों को 2-2 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। सीएम के कार्रवाई और मुआवजे के आश्वासन देने के बाद लोगों ने धरना समाप्त कर दिया।
ब्रहस्पतिवार को देर शाम डबल ट्रैक का ट्रायल करते हुए ट्रेन गुजर रही थी। इस ट्रेन की चपेट में आने से सीतापुर निवासी चार दोस्तों प्रवीण चैाहान, मयूर चैाहान, गोलू उर्फ हैप्पी, विशाल चैाहान की मौत हो गयी थी। हादसा इतना जबरदस्त था कि चारों युवकों के शव क्षत-विक्षत हो गए थे। शुक्रवार को सुबह होते ही ग्रामीणों का रेलवे विभाग के खिलाफ गुस्सा फूट गया। ग्रामीणों के हरिद्वार ग्रामीण से भाजपा विधायक स्वामी यतीश्वरानंद, रानीपुर विधायक आदेश चैाहान और लक्सर विधायक संजय गुप्ता सहित कई नेता जमालपुर रेलवे फाटक पर धरने पर बैठ गए। अधिकारियों ने गुस्साए लोगों को शांत कराने का प्रयास किया। लेकिन उन्होंने रेलवे के खिलाफ कार्रवाई करने और पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे। इसके बाद ज्वालापुर कोतवाली में पुलिस ने रेलवे के अधिकारियों के खिलाफ लापरवाही बरतने का मुकदमा दर्ज कर लिया। यह मुकदमा अज्ञात में दर्ज किया गया है। इसकी पुष्टि ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी ने की है।