हरिद्वार, 1 अगस्त। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा है कि श्रावण मास में भगवान शिव की अर्चना करने से धरती पर सभी दुखों का शमन होता है। क्योंकि श्री ब्रह्मा श्री विष्णु इंद्र शिव आदि सभी सावन में पृथ्वी पर ही वास करते हैं और अलग-अलग रूपों में अनेकों प्रकार से शिव आराधना करते हैं। इस माह में की गई शिव पूजा तत्काल शुभ फलदाई होती है। क्योंकि इसके पीछे स्वयं शिव का वरदान होता है। कनखल स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर में शिव आराधना के दौरान श्रद्धालु भक्तों को भगवान शिव की महिमा का महत्व समझाते हुए श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि भगवान शिव पर बेलपत्र भांग धतूरा आदि अर्पित करने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। भगवान शिव मृत्युंजय हैं। इनकी आराधना अकाल मृत्यु के भय से मुक्त करती है और सदैव रोगमुक्त भी रखती है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव मोक्ष के अधिष्ठाता हैं। इसलिए मोक्ष की कामना से भी इनकी भक्ति करनी चाहिए। भगवान शिव इतने भोले हैं कि वह सर्वस्व निछावर कर देते हैं। जो श्रद्धालु भक्त भगवान शिव के दरबार में आ जाता है उसका कल्याण स्वयं ही निश्चित हो जाता है। श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि भगवान शिव संपूर्ण स्वरूप है। इसलिए इनकी अराधना जीवन पर्यंत की जाती है। शिव आराधना से व्यक्ति अपने इष्ट के दर्शन पाकर धन्य हो जाता है और उसके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। इसलिए शिव आराधना सदैव हितकारी है। दक्षेश्वर महादेव की आराधना से शिव और शक्ति दोनों प्रसन्न होते हैं और इनकी कृपा से दैविक दैहिक और भौतिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। इसलिए सावन में जब भी समय मिले पूरी आस्था और सात्विकता के साथ शिव आराधना करें। ऐसा करने से व्यक्ति का जीवन सदैव उन्नति की ओर अग्रसर रहता है और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।
Related Articles
गौसेवा से होती है सहस्त्रगुण पुण्य फल की प्राप्ति-स्वामी सोमेश्वरानन्द गिरी
विक्की सैनी हरिद्वार, 22 नवंबर। निरंजनी अखाड़े के महामण्डलेश्वर व शंकराचार्य आश्रम के परमाध्यक्ष म.म.स्वामी सोमेश्वरानन्द गिरी महाराज ने कहा है कि गौ माता में तैंतीस करोड़ देवी देवताओं का वास होता है। गौ माता की सेवा से सहस्त्रगुणा पुण्यफल की प्राप्ति होती है। बैरागी कैंप स्थित शंकराचार्य आश्रम में गोपाष्टमी पर गुड़ खिलाकर गौमाता […]
यूरोप की धार्मिक यात्रा से लौटने पर महामनीषी निरंजन स्वामी का हुआ स्वागत
विश्वगुरू के रूप में जल्द ही समस्त विश्व का मार्गदर्शन करेगा भारत- निरंजन स्वामी हरिद्वार। पुरुषार्थ आश्रम के अध्यक्ष महामनीषी निरंजन स्वामी महाराज का लंदन सहित यूरोप की धार्मिक यात्रा से हरिद्वार लौटने पर भूपतवाला स्थित आश्रम में श्रद्धालु भक्तों ने बुके देकर स्वागत किया। इस दौरान एमप्योर फार्मास्यूटिकल के एम.डी विशाल चौहान ने कहा […]
ज्ञान, भक्ति और शांति का महान ग्रंथ है श्रीमद्भागवत-राजगुरू स्वामी संतोषानंद
हरिद्वार, 20 फरवरी। महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा है कि श्रीमद्भागवत ज्ञान भक्ति और शांति का एक महान ग्रंथ है। जिससे सोया हुआ ज्ञान और वैराग्य जागृत हो जाता है और व्यक्ति के सभी प्रकार के दोष समाप्त हो जाते हैं। मन की शुद्धि के लिए इससे बढ़कर कोई और पुराण नहीं है। […]