विक्की सैनी/ राकेश वालिया
हरिद्वार, 21 अगस्त। साधुबेला पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी गौरीशंकर दास महाराज ने उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र में कुंभ मेला कार्य प्रारम्भ ना होने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि महाकुंभ मेला नजदीक है। प्रशासन उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र की उपेक्षा कर रहा है। संत बाहुल्य क्षेत्र होने के बावजूद भी उत्तरी हरिद्वार में कुंभ मेले से संबंधित कार्य अभी तक शुरू नहीं हुए हैं। मेला प्रशासन के किसी भी अधिकारी ने उत्तरी हरिद्वार में कुंभ मेला व्यवस्थाओं को लेकर संतों से संपर्क तक नहीं किया। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला हो या कांवड़ मेला सबसे अधिक श्रद्धालु उत्तरी हरिद्वार के आश्रमों में पहुंचते हैं। कुंभ मेला शुरू होने में कुछ माह शेष रह गए हैं। इसके बावजूद ना तो क्षेत्र के गंगा घाटों के सौन्दर्यकरण का कार्य शुरू कराया गया है ना ही आश्रम अखाड़ों के सौन्दर्यकरण के लिए कुछ किया जा रहा है। जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। विभिन्न योजनाओं के लिए जगह जगह की जा रही संड़कों की खुदाई के कारण सड़कों पर चलना मुश्किल हो रहा है। स्वामी गौरीशंकर दास महाराज ने कहा कि जिस गति से हाईवे निर्माण व पुलों का कार्य चल रहा है। उसे देखते हुए लगता नहीं कि कुंभ शुरू होने से पूर्व यह कार्य पूरे हो पाएंगे। कुंभ भारतीय सनानत परंपरा का महत्वपूर्ण पर्व है। ऐसे में कार्य समय पर पूरे नहीं होने से कुंभ के दौरान हरिद्वार आने वाले संतों व श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। कुंभ शुरू होने से पूर्व सरकार व मेला प्रशासन को सभी गंगा घाटों, धार्मिक स्थलों, मठ, मंदिरों, आश्रम, अखाड़ों को व्यापक स्तर पर सेनेटाईज करने के लिए तैयारियां करनी चाहिए। जिससे किसी तरह का संक्रमण ना फैले। स्वामी गौरीशंकर दास महाराज न कहा कि कोरोना महामारी के निदान के लिए साधुबेला आश्रम में विशेष पूजा अर्चना कर लोककल्याण व विश्व खुशहाली की कामना की। उन्होंने कहा कि जल्द ही ईश्वरीय कृपा से कोरोना वायरस समाप्त होगा और देश दुनिया में खुशहाली लौटेगी। इस दौरान स्वामी बलराम मुनि व गोपालदत्त पुनेठा भी मौजूद रहे।