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संत बाहुल्य क्षेत्र की व्यवस्थाओं पर फोकस करे मेला प्रशासन-श्रीमहंत नरेंद्र गिरी

राकेश वालिया

उत्तरी हरिद्वार में तुरंत शुरू कराए जाएं कुंभ मेला कार्य-स्वामी बालकानन्द गिरी

हरिद्वार, 28 अगस्त। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने संत बाहुल्य क्षेत्र उत्तरी हरिद्वार में कुंभ विकास कार्यो को लेकर आनन्द पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज से भेंटवार्ता की। भूपतवाला स्थित हरिधाम सनातन सेवा ट्रस्ट आश्रम में भेंटवार्ता के दौरान निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज भी मौजूद रहे। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि संत बाहुल्य क्षेत्र में बड़ी संख्या में संत महापुरूष निवास करते हैं। कुंभ मेला हो या कांवड़ मेला देश भर से आने वाले करोड़ों श्रद्धालु उत्तरी हरिद्वार के आश्रमों में ही आश्रय पाते हैं। लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते उत्तरी हरिद्वार में कुंभ मेला कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाए हैं। पूरे क्षेत्र में सड़कों की हालत बेहद खराब है। घाटों का सौन्दर्यकरण कार्य भी अभी तक शुरू नहीं किया गया है। जबकि कुंभ मेला शुरू होने में समय लगातार कम होता जा रहा है। प्रशासन को उत्तरी हरिद्वार के आश्रमों, मठ, मंदिरों व घाटों के सौन्दर्यकरण के साथ सड़कों की दशा सुधारने पर तुरंत ध्यान देना चाहिए। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने सभी श्रद्धालुओं से कोरोना को परास्त करने के लिए अपने घरों में प्रतिदिन 11 दीपक जलाने का आह्वान करते हुए कहा कि ईश्वर की कृपा से कोरोना जल्द समाप्त होगा और देश खुशहाल होगा। आनन्द पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी गिरी महाराज ने कहा कि कुंभ मेले को दृष्टिगत रखते हुए उत्तरी हरिद्वार सड़कों का निर्माण, घाटों का सौन्दर्यकरण, बिजली, पानी की व्यवस्थाएं आदि कार्य समय पर पूरे नहीं हुए तो कुंभ मेले के दौरान संतों व श्रद्धालुओं को भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा। इसलिए प्रशासन को कुंभ कार्य तुरंत शुरू कराने चाहिए। उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद अध्यक्ष को मुख्यमंत्री के साथ होने वाली बैठक में इस मुद्दे को भी प्रमुखता से रखना चाहिए। ताकि मेला प्रशासन की लापरवाही से सरकार भी अवगत हो सके। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि मेला प्रशासन द्वारा संत बाहुल्य क्षेत्र उत्तरी हरिद्वार की उपेक्षा दुर्भाग्यपूर्ण है। कुंभ मेला प्रशासन को पौराणिक मंदिरों के जीर्णोद्धार के कार्य तेजी के साथ करने चाहिए। सौन्दर्यकरण के नाम पर अब तक किसी भी प्रकार का कार्य अब तक प्रगति पर नहीं है। बार बार संत महापुरूष व अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष कुंभ मेले की व्यवस्थाओं में तेजी लाने की मांग करते चले आ रहे हैं। कुंभ मेला प्रशासन को अब व्यवस्थाओं को लेकर कमर कस लेनी चाहिए। इस अवसर पर स्वामी भास्करानंद महाराज, महंत नत्थीनंद गिरी, महंत विकास गिरी, श्रीमहंत रामरतन गिरी, महंत लखन गिरी, महंत डोगर गिरी, आचार्य मनीष जोशी, सुनील तिवारी आदि उपस्थित रहे।

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