राकेश वालिया
हरिद्वार 19 दिसम्बर। निर्मल संत पुरा आश्रम के महंत संत महेंद्र सिंह महाराज के ब्रह्मलीन हो जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा हाईवे से कनखल को जाने वाले छोटी नहर पटरी मार्ग को संत महेंद्र सिंह मार्ग किये जाने की घोषणा की गई थी। जिसके बाद संत महेंद्र सिंह मार्ग नाम का शिलापट मार्ग पर स्थित कर दिया गया था। परंतु पिछले काफी समय से इस मार्ग पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है। आश्रम प्रबंधन से जुड़े संत इस और कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। और ना ही नगर निगम के कर्मचारी इस मार्ग की सफाई व्यवस्था को लेकर कोई कार्य कर रहे हैं। रोजाना इस मार्ग से हजारों वाहन गुजरते हैं कूड़े का अंबार लगने से संक्रमण फैलने का खतरा लगातार बना हुआ है। ब्रह्मलीन संत के नाम पर बने इस मार्ग के खस्ताहाल और संत के अपमान पर नगर निगम भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है। हैरत की बात तो यह है कि कई महीने बीत जाने के बाद भी आश्रम प्रबंधन से जुड़े संत इस मार्ग की खस्ता हालत व कूड़े के लगे अंबार को लेकर चुप हैं। संत समाज की इसी चुप्पी की वजह से रोजाना इस मार्ग पर कूड़े का ढेर लगा दिया जाता है। स्थानीय निवासियों के मुताबिक इस मार्ग से गुजरने में उन्हें दिक्कतों का सामना पढ़ रहा है कूड़े का ढेर लगने से पूरे क्षेत्र में बदबू फैली रहती है साथ ही खतरनाक बीमारियों के फैलने का खतरा भी लगातार बना हुआ है।