हरिद्वार, 15 सितम्बर। आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा है कि श्रीमद् भागवत कथा पतित पावनी मां गंगा की भांति बहने वाली ज्ञान की अविरल धारा है। जिसे जितना ग्रहण करो उतनी ही जिज्ञासा बढ़ती है और प्रत्येक सत्संग से अतिरिक्त ज्ञान की प्राप्ति होती है। भूपतवाला स्थित हरीधाम सनातन सेवा आश्रम ट्रस्ट में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन श्रद्धालु भक्तों को कथा का रसपान कराते हुए आचार्य स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा देवताओं को भी दुर्लभ है। इसके श्रवण से राजा परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी और वर्तमान में भी इसके साक्षात प्रमाण देखने को मिलते हैं। वास्तव में श्रीमद्भागवत कल्पवृक्ष के समान है। जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है। सोया हुआ ज्ञान वैराग्य कथा श्रवण मात्र से जागृत हो जाता है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति में उत्तम चरित्र का निर्माण होता है और उसका जीवन उन्नति की ओर अग्रसर रहता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपना जीवन सफल बनाने के लिए श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण एवं पठन दोनों अवश्य करने चाहिए। कथा के श्रवण मात्र से व्यक्ति के मोक्ष के द्वार प्रशस्त हो जाते हैं। कथा व्यास आचार्य राजेश कृष्ण महाराज ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की पावन धरा हरिद्वार में श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने का विशेष महत्व है। गंगा तट के सानिध्य में कथा श्रवण का अवसर सौभाग्यशाली व्यक्ति को प्राप्त होता है। श्रीमद् भागवत कथा व्यक्ति के अंतःकरण को शुद्ध कर उसमें पवित्रता को जागृत करती है। वास्तव में मोक्ष प्राप्ति के लिए श्रीमद् भागवत कथा से बढ़कर और कोई साधन नहीं है। इस अवसर पर कथा के मुख्य यजमान हांगकांग निवासी विनोद धारीवाल, विला धारीवाल ने व्यास पीठ का पूजन व आरती कर संत महापुरूषों से आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में पधारे सभी संत महापुरुषों का आचार्य मनीष जोशी ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर सतपाल ब्रह्मचारी, महंत प्रहलाद दास, महंत रामानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद, स्वामी ऋषि रामकृष्ण, स्वामी निरंजन महाराज, राजमाता आशा भारती महाराज, स्वामी ऋषि रामकृष्ण, अशोक गोस्वामी, दीपक शर्मा, सुरेश पुरी, महेश योगी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।