आनंद पीठाधीश्वर भी कार्यक्रम में नहीं हुए शामिल, एक फर्जी आचार्य मंच पर आए नजर
हरिद्वार। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर के कार्यक्रम में निरंजनी अखाड़े के ही संत नजर नहीं आए। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी भी कार्यक्रम में नहीं आए, हालांकि अक्सर रविंद्र पुरी कैलाशानंद गिरी के साथ नजर आते हैं। जन्मदिवस और तृतीय संन्यास दीक्षा दिवस कार्यक्रम में वह नहीं दिखे। उनके अलावा अन्य संत भी नहीं नजर आए, जो पूरे कार्यक्रम में चर्चा का विषय बना रहा। हालांकि इससे पहले जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज के कार्यक्रम में में जूना अखाड़े के संत भी कम ही पहुंचे थे। दोनों ही आचार्य के कार्यक्रम में उनके ही अखाड़ों के संत कम दिखे। इधर निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी का कहना है कि वह शहर से बाहर है, इसी कारण कार्यक्रम में नहीं पहुंचे हैं। निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रवींद्र पुरी एवं आचार्य स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के बीच जूना पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज के सन्यास दीक्षा समारोह में शामिल होने को लेकर विवाद हुआ है। जिसका श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज ने खुलकर विरोध किया था। स्वामी कैलाश आनंद गिरि महाराज के जन्मोत्सव कार्यक्रम में अखाड़े के संत और रवींद्र पुरी महाराज के शामिल न होने से यह विवाद और बढ़ता नजर आ रहा है। मुमकिन है कि भविष्य में विवाद एक बड़े रूप में उजागर होकर सामने आए।