राकेश वालिया
हरिद्वार, 30 जून। श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि मां दक्षिण काली की विधि विधान से पूजा अर्चना करने से सभी संकट दूर हो जाते हैं। श्री दक्षिण काली मंदिर में मां काली की विशेष पूजा के दौरान उन्होंने कहा कि मंदिर में साक्षात विराजमान शक्ति स्वरूपा मां दक्षिण काली भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है। नियमपूर्वक मां की आराधना करने से परिवार के सभी संकट दूर हो जाते हैं और सुख समृद्धि का वास होता है। मां काली के साथ भगवान भोलेनाथ की आराधना करने से सहस्त्र गुणा पुण्य फल प्राप्त होता है। स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि सोमवार से भगवान भोलेनाथ को समर्पित श्रावण माह प्रारम्भ हो रहा है। देश दुनिया को कोरोना वायरस से मुक्ति दिलाने व विश्व कल्याण की कामना के लिए मंदिर में विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा। अनुष्ठान के दौरान गंगा जल, विभिन्न प्रकार के पुष्पों व द्रव्यों से भोलेनाथ का अभिषेक किया जाएगा। भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होने वाले देवों के महादेव भगवान शिव को सावन का महीना अत्यन्त प्रिय है। इस बार सावन की शुरूआत सोमवार से हो रही है और सावन का समापन भी सोमवार को ही होगा। इसलिए यह सावन अत्यन्त विशेष बन गया है। सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार का बहुत महत्व माना जाता है। शिव पुराण के अनुसार जो भी इस माह में सोमवार का व्रत करता है। भगवान शिव उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। सावन में भगवान शिव की कृपा से सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। श्रावण मास में बेल पत्र से भगवान भोलेनाथ की पूजा करना और उन्हें जल चढ़ाना बहुत फलदायी माना जाता है। सावन में नियमपूर्वक जलाभिषेक करने से भगवान शिव के साथ भगवान विष्णु का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। देवी पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए पूरे श्रावण मास में कठोर तप करके भगवान शिव को प्रसन्न किया था। इस दौरान स्वामी राधाकांताचार्य, स्वामी अनुरागी, आचार्य पवनदत्त मिश्र, पंडित प्रमोद पाण्डे, स्वामी विवेकानंद ब्रह्मचारी, अंकुश शुक्ला, सागर ओझा, बाल मुकुंदानंद ब्रह्मचारी, पंडित शिवकुमार शर्मा, श्रीमती ब्रजरानी आदि मौजूद रहे।