Dharm

ब्रह्मलीन स्वामी भूमानंद तीर्थ महाराज की पुण्यतिथि पर स्वामी अच्युतानंद तीर्थ महाराज ने अर्पित किए श्रद्धा सुमन

महान दिव्य महापुरूष थे ब्रह्मलीन स्वामी भूमानंद तीर्थ-स्वामी अच्यूतानंद तीर्थ

हरिद्वार, 30 नवम्बर। सिद्धपीठ श्री भूमा निकेतन आश्रम में ब्रह्मलीन स्वामी भूमानंद तीर्थ महाराज की तीसवी पुण्यतिथि पर भूमापीठाधीश्वर स्वामी अच्यूतानंद तीर्थ महाराज एवं श्रद्धालु भक्तों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। ब्रह्मलीन स्वामी भूमानंद तीर्थ महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए स्वामी अच्युतानंद तीर्थ महाराज ने कहा कि भूमा निकेतन आश्रम के संस्थापक पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन स्वामी भूमानंद तीर्थ महाराज एक महान दिव्य महापुरुष थे। जिन्होंने देवभूमि उत्तराखंड की पावन धरा हरिद्वार में भूमा निकेतन आश्रम की स्थापना कर कई सेवा प्रकल्प समाज हित में प्रारंभ किए और भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म के प्रचार प्रसार हेतु युवा पीढ़ी को प्रेरित किया। राष्ट्र निर्माण में उनका अतुल्य योगदान सभी को स्मरणीय रहेगा। स्वामी अच्युतानंद तीर्थ महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी भूमानंद तीर्थ महाराज गा,े गंगा एवं गायत्री के प्रबल समर्थक थे। जिन्होंने समाज में फैली कुरीतियों को दूर कर प्रत्येक वर्ग के हित के लिए कार्य किया। ऐसे महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर सभी को समाज कल्याण में अपनी सहभागिता निभानी चाहिए और उनके आदर्शों का अनुसरण करना चाहिए। भूमा निकेतन आश्रम के प्रबंधक राजेंद्र शर्मा ने ब्रह्मलीन स्वामी भूमानंद तीर्थ महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि महापुरुषों का जीवन सदैव समाज हित में समर्पित रहता है और स्वामी भूमानंद तीर्थ महाराज तो साक्षात त्याग एवं तपस्या की प्रतिमूर्ति थे। जिनका प्रेरणादाई जीवन सभी को समाज सेवा का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि पूज्य गुरुदेव के आदर्शो को अपनाकर परम पूज्य स्वामी अच्युतानंद तीर्थ महाराज उनके द्वारा प्रारंभ किए गए सेवा प्रकल्पों में निरंतर बढ़ोतरी कर रहे हैं और समाज सेवा में अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी भूमानंद तीर्थ महाराज की प्रेरणा से स्वामी अच्युतानंद तीर्थ महाराज ने धर्म के संरक्षण संवर्धन एवं मानव सेवा के क्षेत्र में भूमानंद चैरिटेबल हॉस्पिटल का निर्माण किया। जिसमें गरीब असहाय लोगों का इलाज किया जाता है। समाज हित में सभी को अपना योगदान देना चाहिए। मिलजुल कर ही एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता र्है। स्वामी सर्वेशानंद, राजेंद्र शर्मा, देवराज तोमर, विजय शर्मा, सुरेश शर्मा व हरिओम शर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *