विक्की सैनी
हरिद्वार 24 अक्टूबर। भूपतवाला स्थित प्रभु हरनाथ मंदिर में संत महापुरूषों के सानिध्य में अष्टमी, नवमी के अवसर पर 51 कन्याओं का विधि विधान के साथ पूजन किया गया। इस अवसर पर श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती महाराज ने श्रद्धालु भक्तों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मां की शक्ति संसार में अपरम्पार है। मां की शक्ति से बड़ी संसार मंे दूसरी कोई शक्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि देवी रूपी कन्याओं के पूजन से मां भगवती प्रसन्न होकर भक्त की सभी मनोकामनायें पूर्ण करती है। नवरात्र पर्व मां की भक्ति व साधना का पूर्व है। जो श्रद्धालु भक्त सच्चे मन से देवी मां की अराधना करते है। मां उनके सभी दुखों से निवृत्ति कर देती है। कन्या के रूप में मां, बहन, बेटी आदि से ही जग का संचालन होता चला आ रहा है। सभी को समाज में फैल रही कुरितियों के प्रति जागरूक रहकर बालिकाओं के संरक्षण संवर्द्धन में अपना योगदान प्रदान करना चाहिये।
प्रभु हरनाथ मंदिर के परमाध्यक्ष महंत देवानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि नवरात्रौ में मां की विधि विधान से की गई पूजा अर्चना मनुष्य के जीवन को बदलकर रख देती है क्योंकि मां दुर्गा मां शेरावाली की जिस भक्त पर असीम कृपा हो जाती है उसका जीवन भव सागर से पार हो जाता है और उसके परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में भ्रूण हत्या व बालिकाओं के प्रति हो रहे अत्याचार पर अंकुष लगाने के लिए समाज को जागरूक होना आवष्यक है। समाज जागरूक रहेगा तभी बालिकाओं का संरक्षण संवर्द्धन हो सकता है।