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सौम्य और करूणा के सागर हैं भगवान भोलेनाथ-श्रीमहंत रविन्द्रपुरी

हरिद्वार, 8 अगस्त। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा है कि श्रावण मास में शिव आराधना का विशेष महत्व है। जो मनुष्य के समस्त प्रकार के कष्टों का निवारण करती है। भगवान शिव का नाम ही परम कल्याणकारी है। जिनके स्मरण मात्र से भक्तों का कल्याण निश्चित है। मायापुर स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के चरण पादुका मंदिर में शिव आराधना के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि श्रावण मास व्यक्ति के अंतःकरण की शुद्धि का पवित्र पर्व है। ऐसे अवसर को कभी गवाना नहीं चाहिए और शिव तत्व को प्राप्त करने के लिए उनकी निरंतर आराधना करनी चाहिए। भगवान भोलेनाथ अत्यंत सौम्य और करुणा के सागर हैं। जो सूक्ष्म अराधना से प्रसन्न होकर भक्तों को तुरंत फल प्रदान करते हैं। सोमवार के दिन महादेव की आराधना से शिव और शक्ति दोनों प्रसन्न होते हैं। इनकी कृपा से दैविक दैहिक और भौतिक वस्तुओं से मुक्ति मिलती है। श्रावण का यह महीना भक्तों को अमोघ फल प्रदान करने वाला है। बाबा भोलेनाथ कि अर्चना से श्रद्धालुओं का भाग्य बदल जाता है। इसलिए सभी को भोलेनाथ की स्तुति अवश्य करनी चाहिए।

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