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साक्षात स्वर्ग दर्शन के समान है कुंभ स्नान-महामण्डलेश्वर साध्वी साधना दास

हरिद्वार, 15 अप्रैल। महामंडलेश्वर साध्वी साधना दास महाराज ने कहा है कि कुंभ मेला भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म का सबसे बड़ा पर्व है जो सनातन धर्म की पताका को विश्व भर में फहराता है। बैरागी कैंप स्थित अखिल भारतीय श्रीपंच निर्मोही अनी अखाड़े में श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए साध्वी साधना दास महाराज ने कहा कि कुंभ मेले के दौरान पतित पावनी मां गंगा में स्नान करने से आत्मा को उच्च लोको की प्राप्ति सहजता से हो जाती है। कुंभ का स्नान साक्षात स्वर्ग दर्शन के समान है। उन्होंने कहा कि अपनी परंपराओं का भली-भांति निर्वहन करते हुए वैष्णव अनी अखाड़े संपूर्ण संसार को ज्ञान से प्रसारित कर रहे हैं और महापुरुषों ने सदैव समाज को नई दिशा प्रदान की है। अखिल भारतीय श्रीपंच निर्मोही अनी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि पृथ्वी पर आयोजित होने वाले चार कुंभ मेलो में हरिद्वार कुंभ की विशेष मान्यता है। कुंभ के दौरान अमृत समान गंगाजल में आचमन करने के साथ ही श्रद्धालु भक्तों को चार तीर्थों के दर्शन का लाभ भी देवभूमि उत्तराखंड में मिलता है। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले के दौरान मां गंगा की पवित्रता और संतों के दर्शन मे आस्था रखने वाले श्रद्धावान भक्त हरिद्वार खींचे आते हैं और अपने जीवन को कृतार्थ करते हैं। महंत रामजी दास महाराज एवं महामंडलेश्वर सेवादास महाराज ने कहा कि वैश्विक महामारी के बीच कुंभ का भव्य आयोजन संपूर्ण विश्व को धर्म का सकारात्मक संदेश प्रदान कर रहा है। आस्थावान श्रद्धालु भक्त भारतीय संस्कृति की अलौकिक छटा को देख अभिभूत होकर अपने कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। पतित पावनी मां गंगा के आशीर्वाद से कुंभ मेला दिव्य रुप से संपन्न होगा। उन्होंने कुंभ मेले के दौरान आने वाले श्रद्धालु भक्तों से अपील करते हुए कहा कि बढ़ती कोरोना महामारी के बीच कोविड-19 दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सभी को अपनी व परिवार रक्षा करनी चाहिए। महंत भगवान दास खाकी, महंत मोहनदास खाकी, महंत नरेंद्र दास, महंत महेश दास, महंत रामशरण दास, ब्रहमाण्ड गुरू अनन्त महाप्रभु, महंत बंशीदास, महंत भैयाजी महाराज, महंत मनीष दास, महंत रामदास, महंत अगस्त दास सहित कई संतजन मौजूद रहे।

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