हरिद्वार, 7 अप्रैल। अनंत श्री विभूषित स्वामी श्री रामरिक्षपाल देवाचार्य महाराज खोजी द्वाराचार्य पीठ के परमाध्यक्ष बैरागी कैंप स्थित त्रिवेणी धाम में बृहष्पतिवार को प्रवेश करेंगे। जिसके बाद सभी तेरह अखाडों के सानिध्य में धर्मध्वजा रोहण किया जाएगा। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए महंत मनीष दास महाराज ने बताया कि पूज्य गुरुदेव के कर कमलों द्वारा प्रत्येक महाकुंभ मेले में गरीब असहायों के लिए अन्य क्षेत्र प्रारंभ किया जाता है। जो अनवरत रूप से संपूर्ण कुंभ जारी रहता है। क्योंकि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है और सेवा भाव से ही समाज में समरसता का भाव पैदा होता है। उन्होंने कहा कि पुण्य कार्य करने के लिए पृथ्वी पर कुंभ मेले से अच्छा मुहूर्त नहीं हो सकता। भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म के दिव्य एवं अलौकिक दर्शन संतो के माध्यम से पूरी दुनिया को प्रसारित होते हैं। पूज्य गुरुदेव स्वामी श्री रामरिक्ष पाल देवाचार्य महाराज सदैव ही समाज का मार्गदर्शन कर मानव सेवा की प्रेरणा देते रहे हैं। उनके द्वारा प्रारंभ किए गए सेवा प्रकल्प निश्चित तौर पर ही समाज हित में होते हैं। महंत सियाराम दास एवं महंत रामचरण दास महाराज ने कहा कि कुंभ मेले के दौरान आने वाले निर्बल लोगों को वस्त्र और दक्षिणा देकर उनकी सहायता की जाती है। साथ ही समाज को सेवा का संदेश देने के लिए भावी पीढ़ी को प्रेरणावान बनाया जाता है ताकि भविष्य में वे गुरु द्वारा बताए मार्ग पर चलते हुए मानव सेवा एवं संतों की सेवा में अपना जीवन समर्पित करें और सत्य के मार्ग पर अग्रसर रहते हुए धर्म के संरक्षण एवं संवर्धन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। इस अवसर पर महंत राघवेंद्र दास, महंत रामदास, महंत रामशरण दास, महंत हिटलर बाबा, महंत सुखदेव दास, महंत अगस्त दास, महंत सिंटू दास आदि मौजूद रहे।
