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जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रीमहन्त विनोद गिरि महाराज ब्रह्मलीन संत समाज में शोक की लहर

विक्की सैनी

त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति थे ब्रह्मलीन श्रीमहंत विनोद गिरी-ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी

बाबा अमीर गिरि धाम मे ब्रह्मलीन श्रीमहंत विनोद गिरि महाराज को सन्त समाज ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर दी भूसमाधि

हरिद्वार, 30 जनवरी। श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संगठन मंत्री बाबा अमीर गिरि धाम के परमाध्यक्ष श्रीमहन्त विनोद गिरि महाराज शुक्रवार की सांय 29 जनवरी को ब्रह्मलीन हो गए। तीर्थनगरी के सन्त समाज व श्रद्धालु भक्तों ने ब्रह्मलीन महाराज श्रीमहन्त विनोद गिरि महाराज को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर बाबा अमीर गिरि धाम केेे प्रांगण में भू समाधि दी। जयराम आश्रम के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन श्रीमहन्त विनोद गिरि महाराज का समूचा जीवन समाज व संत महंतों को समर्पित रहा। उन्होंने जीवन पर्यंत समाज सेवा की और संत समाज का नाम ऊंचा किया। श्रीमहंत देवानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि श्रीमहंत विनोद गिरि महाराज ने राष्ट्रीय आपदा कोरोना कॉल मंे लॉकडाउन के दौरान बढ़-चढ़कर समाज सेवा की और तीर्थ नगरी की कई संस्थाओं ने उनका सम्मान किया। पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन श्रीमहंत विनोद गिरी महाराज एक महान संत थे। जिन्होंने सदैव हिन्दुत्व की रक्षा करते हुए समाज को जागरूक किया। गौ गंगा संरक्षण के लिए आंदोलन को संपूर्ण समाज स्मरण करता रहेगा। श्रीमहंत साधनानंद महाराज ने कहा कि महापुरूष केवल शरीर त्यागते हैं। समाज कल्याण के लिए उनकी आत्मा सदैव उपस्थित रहती है। श्रीमहंत विनोद गिरी महाराज त्यााग व तपस्या की साक्षात प्रतिमूर्ति थे। जिन्होंने जीवन पर्यन्त सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार कर गरीब, असहाय लोगों की सेवा में योगदान किया। ब्रह्मलीन श्रीमहन्त विनोद गिरि महाराज को श्रद्धांजलि देने वालों में श्रीमहंत देवानंद सरस्वती, महंत ललितानंद गिरि, साध्वी राधा गिरि, साध्वी आराधना गिरि, महंत हरिराम गिरि, श्रीमहंत परशुराम गिरि, श्रीमहंत धीरेंद्र पुरी, महंत सहजानंद सरस्वती, श्रीमहंत पूरन गिरि, महंत लोकेश दास, महंत अरुणदास, महंत हरिराम गिरि, धर्म गिरि, बूंद गिरि, नंदलाल गिरि, बाला गिरि, राजेश गिरि, महंत विनोद महाराज, गंगा गिरि, बलवान गिरि, हनुमान गिरि, घनश्याम गिरि, महामंडलेश्वर डा.प्रेमानंद महाराज, महंत सत्यानंद, महंत सत्यव्रतानन्द महाराज, महंत महेश पुरी, श्रीमहंत केदार पुरी, महंत कमलदास महाराज, पूर्व चेयरमेन सतपाल ब्रह्मचारी, महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद महाराज, महंत भोलापुरी, श्रीमहंत मिथलेश पुरी,ख् मनोज महंत, दीपक जखमोला, मनोज जखमोला, प्रमोद गिरी, गीतांजलि जखमोला आदि आदि शामिल रहे।

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