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दैवीय शक्तियों का अवतरण मानवता की रक्षा के लिए हुआ है -स्वामी कमलानंद गिरि


हरिद्वार 18 अक्टूबर। म0म0 स्वामी कमलानंद गिरि महाराज ने कहा है कि संसार के सभी सुख प्रदान करने वाली माँ की अराधना से व्यक्ति के जीवन में यष, कीर्ति का आगमन होता है और उसके सभी कष्टों हरण कर देवी माँ सभी मुरादे पूर्ण करती हैं। भूपतवाला स्थित कल्याण कमल आश्रम में नवरात्र के अवसर पर स्थापित अखण्ड जोत के निमित्त श्रद्धालु भक्तों को सम्बोधित करते हुए स्वामी कमलानंद गिरि महाराज ने कहा कि जब-जब किसी आसुरी शक्तियों ने अत्याचार व प्राकृतिक आपदाओं द्वारा मानव जीवन को तबाह करने की कोषिष की है तब-तब दैवीय शक्तियों का अवतरण मानवता की रक्षा के लिए हुआ है। अपनी शरण में आने वाले भक्तों का कल्याण कर माँ मनवांछित मनोरथ पूर्ण करती है। नवरात्र में की गयी माँ भगवती की अराधना से सम्पूर्ण विष्व में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और दुनिया को कोरोना महामारी से मुक्ति मिलेगी। उन्होनंे कहा कि देवी भगवती की नवरात्र में की गयी अराधना सुख समृद्धि, वैभव और मंगल कामनाओं से परिपूर्ण होती है। जो व्यक्ति को सदैव उन्नति की ओर अग्रसर करती है। क्योंकि भगवती दुर्गा ही दुनिया की पराशक्ति है। स्वामी कमलानन्द गिरि महाराज ने कहा कि नवरात्र पर्व हमारी संस्कृति में महिलाओं के गरिमामय स्थान को दर्षाता है। कल्याण स्वरूपा देवी भगवती सम्पूर्ण सिद्धियां प्रदान करने वाली है। श्रद्धापूर्वक जो श्रद्धालु भक्त नौ दिनों तक देवी की अराधना श्रद्धापूर्वक करते है। मां भगवती उनका कल्याण कर उनको मोक्ष प्रदान करती है। स्वामी कमलानंद गिरि महाराज ने कहा कि मां भगवती ममतामयी है जो सदैव अपने भक्तों पर करूणा बरसाती है। जिस प्रकार मां अपने पुत्रों से स्नेह करती है उसी तरह अपनी शरण में आने वाले सदाचारी लोगों पर मां सदैव कृपा करती है।

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