राकेश वालिया
हरिद्वार, 5 मार्च। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने प्रैस को जारी बयान में स्थानीय जनता को बधाई देते हुए कहा कि अखाड़ों की पेशवाई के दौरान जिस प्रकार श्रद्धालुओं की भारी भीड़ संत महापुरूषों के दर्शन के लिए जुट रही है। उससे सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति के माध्यम से पूरे विश्व में सकारात्मक संदेश प्रसारित होगा। श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने मेला प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि मेला प्रशासन की सूझबूझ और अधिकारियों के अनुभव से पेशवाई दिव्य और भव्य रुप से संपन्न हुई इसके लिए समस्त मेला प्रशासन के अधिकारी खास तौर पर कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ,मेला अधिकारी दीपक रावत और अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह आशीर्वाद के पात्र हैंउन्होंने कहा कि हरिद्वार वासियों को बधाई देते हुए कहा कि सभी स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में संत महापुरूषों के दर्शन को एकत्र हुए और संतों से आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं। पेशवाई के दौरान अनेकों लोगों व सामाजिक संगठनों ने संत महापुरूषों का स्वागत किया। जिससे समाज में एकता व भाईचारे को मजबूती मिलेगी तथा सनातन धर्म के प्रति लोगों की आस्था बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि अखाड़ा परंपरा में सभी अखाड़ों के इष्टदेव अलग अलग हैं। कुंभ के दौरान आनन्द अखाड़ा निंरजनी के साथ चलता है। लेकिन आनन्द अखाड़े के इष्टदेव सूर्य भगवान हैं। आनन्द अखाड़े के इष्टदेव सूर्य भगवान के नेतृत्व में अखाड़े के नागा सन्यासी व संत महात्मा छावनी में प्रवेश करेंगे। उन्होंने बताया कि सभी अखाड़ों की पेशवाई अलग-अलग निकाली जाती है। प्रत्येक अखाड़े की पेशवाई में दूसरे अखाड़ों के संत भी शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि आनन्द अखाड़ा निरंजनी का छोटा भाई है। इस नाते वह और निरंजनी के सभी संत पेशवाई में शामिल हुए हैं। आनन्द अखाड़े के संत भी निरंजनी की पेशवाई में शामिल हुए थे।