सनातन धर्म की रक्षा के लिए एकजुट हो संत समाज-श्रीमहंत राजेंद्रदास
हरिद्वार, 11 अगस्त। अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने गाजियाबाद स्थित डासना मंदिर में संतों पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। प्रैस को जारी बयान में श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति को समाप्त करने के लिए लगातार सनातन धर्म पर कुठाराघात किया जा रहा है। देशी विदेशी ताकतें जेहादियों के माध्यम से लगातार संतों को निशाना बना रही हैं। इसके खिलाफ भारत के सभी संतों को एकजुट होना होगा। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे हिंदू हितैषी प्रधानमंत्री देश को पहली बार मिले हैं। इसका लाभ उठाते हुए सभी संत महापुरूषों को सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति की रक्षा हेतु कड़े कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि जब जब देश पर कोई आपदा आयी है तो संत महापुरूषों ने कंधे से कंधा मिलाकर देश की मदद की है। उन्होंने कहा कि देश में कई संगठन सनातन धर्म को कमजोर करने के लिए संत महापुरूषों पर हमले कर रहे हैं। जिसका संतों को कड़ा विरोध करना होगा। उन्होंने कहा कि देश की जनता को भी महंगाई, बेरोजगारी आदि मुद्दो से पीछे हटकर धर्म की रक्षा के लिए आगे आना होगा। क्योंकि यदि नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ जैसे नेता सरकारों का संचालन नहीं करेंगे तो देश को टुकड़ों में बंटने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि कई वर्षो के बाद वह स्वर्णिम अवसर आया है कि देश को एक शेर दिल प्रधानमंत्री मिला है और हिंदू हितों की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने देश के सभी संतों से अपील करते हुए कहा कि जल्द ही एक धर्मसंसद बुलाकर हिंदू एवं संतों से जुड़े मुद्दो पर विशेषा चर्चा होनी चाहिए। जिससे राष्ट्र की विरोधी ताकतों से रक्षा की जा सके। इस अवसर पर श्रीमहंत रामकिशोर दास शास्त्री, श्रीमहंत धर्मदास, महंत गोविंददास, नागा महंत सुखदेव दास, महंत रघुवीर दास, महंत अंकित शरण, महंत प्रेमदास आदि ने भी श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज की बात का समर्थन करते हुए संतों से एकजुट होने का आह्वान किया।