Crime

फिल्म (स्पेशल 26) की तर्ज पर बनाई लूट की योजना, तीन फर्जी सीबीआई अफसर गिरफ्तार

देहरादून संवाददाता। शेयर और क्रिप्टो ट्रेडिंग करने वाले कारोबारी का अपहरण करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन राज बताने वाला कारोबारी का शिष्य अभी फरार है। तीनों आरोपियों ने कारोबारी से सवा तीन लाख रुपये तो लूट लिए लेकिन अपने असल मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए। एसएसपी ने बताया कि अमित शेयर ट्रेडिंग करने के साथ-साथ ट्रेडिंग सिखाते भी हैं। अभिषेक सैनी उनसे ट्रेडिंग सीख रहा था। वह उनके लगभग हर राज जानता था।अभिषेक ने ही कारोबारी अमित के अपहरण और खाता संबंधी सारी जानकारी आरोपियों को दी थी।

यह था मामला: पुलिस के अनुसार 29 अगस्त को अमित कुमार निवासी ग्राम नांगल देवबंद सहारनपुर उत्तर प्रदेश हाल निवासी देहरादून ने थाना रायपुर पर शिकायत दी थी और पूछने पर बताया की सुबह करीब छह बजे तीन व्यक्ति उनके फ्लैट में आए जिनके पास पिस्तौल और दो वॉकी टॉकी थे। आते ही उन्होंने पिस्तौल दिखाकर वीडियो बनाई और कमरे में रखी नगदी लैपटॉप मोबाइल फोन ववअन्य सामान ले लिया। इसके बाद उनको व उनके साथी मुकुल त्यागी को उन्हीं की कर में बिठाकर देहरादून में घूमते रहे और रूपयो की मांग करने लगे। इस दौरान उन्होंने अपने परिवारजनों से फोन पर बात की और रुपए मांगे। मौका देखकर अमित कुमार मौके से भाग गए। इसके बाद तीनों आरोपी मुकुल त्यागी को कार समेत डांट काली मंदिर छोड़कर भाग गए। पुलिस टीम ने शिकायतकर्ता अमित कश्यप व मुकुल त्यागी से विस्तृत जानकारी हासिल की और बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश व हरियाणा सहित अन्य राज्यों में दबिश दी थी। सर्विलांस के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया।

ऐसे बनाई योजना

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि अभिषेक ने उन्हें सारी बातें बताई थीं। बताया था कि अमित ने उससे छह लाख रुपये लेकर ट्रेडिंग में लगाए हैं। उसने पिछले दिनों एक सेमीनार सहारनपुर में किया था। उसमें कई मोबाइल और अन्य सामान लोगों को बतौर उपहार दिए थे। अभिषेक ने बताया था कि अमित के ट्रेडिंग वॉलेट (खाता) में 95 लाख रुपये हैं। ऐसे में यदि योजना बनाई जाए तो यह रकम उन्हें मिल सकती है।

चारों ने मिलकर योजना बनाई कि वह सीबीआई अधिकारी बनकर अमित को डराने के लिए देहरादून जाएंगे। योजना के अनुसार आशीष, सोनू और सुमित गत 28 अगस्त को देहरादून पहुंच गए। यहां मोथरोवाला में उन्हें अभिषेक मिला। अभिषेक ने उन्हें अमित के घर और एकेडमी की जानकारी दे दी। रात करीब 10.30 बजे आशीष, सोनू और सुमित अमित के दोस्त के फ्लैट पर पहुंच गए।

यहां पर अमित का दोस्त मुकुल और युवती नशे की हालत में थे। इस पर उन्होंने अगले दिन योजना को अंजाम देने की सोची। अगले दिन सुबह करीब सवा छह बजे तीनों फ्लैट में चले गए। जबकि, अभिषेक गाड़ी में ही बैठा रहा। तीनों ने खुद को सीबीआई से बताया और उनकी वीडियो बनाने लगे। उन्होंने फ्लैट में रखे सवा तीन लाख रुपये, छह मोबाइल और दो लैपटॉप व अन्य सामान वहां से उठा लिए। इसके बाद अमित और मुकुल को उसी की गाड़ी में बैठाकर ले जाने लगे। अभिषेक दूसरी गाड़ी से उनके पीछे चल रहा था। रास्ते में वह वॉकी टॉकी पर बात कर रहे थे। इस दौरान सभी के मोबाइल बंद थे। इस बीच अमित ने कहा कि उसके मोबाइल की बैटरी खत्म हो रही है। इस पर उन्होंने डाटा केबल लेने के लिए गाड़ी रोकी। मौका पाते ही अमित गाड़ी से कूद गया। इसके बाद वह सब आगे बढ़े और मुकुल को अमित की गाड़ी के साथ डाट काली मंदिर के पास छोड़ दिया।

एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने हर दिशा में काम किया। रूट के कैमरों से लेकर मोबाइल लोकेशन के आधार पर जांच की गई। इस बीच रविवार शाम को तीनों आरोपियों आशीष कुमार निवासी एमआर पैलेस, सहारनपुर, सोनू निवासी बुरावा शहर, झज्जर हरियाणा और सुमित कुमार निवासी मोहल्ला महादेव मंदिर, सहारनपुर को गिरफ्तार किया है। जबकि, चौथा आरोपी अभिषेक सैनी निवासी सहारनपुर पकड़ से बाहर है।

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