हरिद्वार, 22 दिसम्बर। शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कहा कि साजिश के तहत भारत को इस्लामीकरण का केंद्र बनाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। प्रैस को जारी बयान में महामंडलेश्वर स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कहा कि संत समाज ने हिन्दू हितों की रक्षा में सदेव अग्रणी भूमिका निभायी है। संत समाज का दायित्व है कि देश की एकता अखण्डता को तोड़ने के प्रयासों का एकजुट होकर विरोध करे। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा पूरे विश्व को एकता और भाईचारे का संदेश दिया है। अनेक बार विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत पर हमला कर देश की संप्रभुता का खण्डित करने का प्रयास किया। लेकिन भारतीय समाज की एकजुटता के चलते उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं हो पाए। सनातन धर्म का अर्थ ही ही मानवता की रक्षा करना है। सनातन धर्म गुरूओं का दायित्व है कि एकजुट होकर मानवता की रक्षा के लिए समाज को वैचारिक नेतृत्व प्रदान करें। धर्म के प्रति अज्ञानता के चलते ही विशाल हिन्दू समाज को दुर्गति का शिकार होना पड़ रहा है। हिन्दू समाज को अपना अस्तित्व बचाने के लिए संत समाज के नेतृत्व में संघर्ष का रास्ता अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि भारत हिन्दू राष्ट्र है और हमेशा हिन्दू राष्ट्र ही रहेगा। विदेशी ताकतों के मंसूबों को संत समाज कभी पूरा नहीं होने देगा।
Related Articles
मानव सेवा के लिए तत्पर रहना ही भगवान की आराधना का मूल उद्देश्य-आचार्य स्वामी कैलाशानंद गिरी
हरिद्वार, 12 अगस्त। कैलाश वासी भगवान शिव की आराधना सहस्त्र गुना फलदाई होती है और शिव कृपा से ही व्यक्ति की उन्नति के द्वार खुलते हैं। उक्त उद्गार निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने नीलधारा तट स्थित श्री दक्षिण काली मंदिर में श्रावण मास में चलने वाली विशेष शिव आराधना के दौरान […]
पंचतत्व में विलीन हुए स्वामी नित्यशुद्धानंद महाराज
कनखल स्थित शमशान घाट पर संत समाज की मौजूदगी में किया गया अंतिम संस्कार त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति थे ब्रह्मलीन स्वामी नित्यशुद्धानंद-आचार्य बालकृष्ण हरिद्वार, 25 जुलाई। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के परमाध्यक्ष ब्रह्मलीन स्वामी नित्यशुद्धानंद महाराज का सोमवार को कनखल स्थित शमशान घाट पर संत समाज की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान […]
ज्ञान एवं वैराग्य की साक्षात प्रतिमूर्ति थे साकेतवासी स्वामी हंसदेवाचार्य-श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह
हरिद्वार, 19 फरवरी। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा है कि संतों का जीवन सदैव परोपकार को समर्पित रहता है और महापुरुष केवल शरीर त्यागते हैं। उनकी शिक्षाएं अनंत काल तक समाज का मार्गदर्शन करती रहती हंै। साकेतवासी जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज ज्ञान एवं वैराग्य की साक्षात प्रतिमूर्ति […]