हरिद्वार 27 अगस्त। अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा है कि राष्ट्रीय एकता अखंडता बनाए रखने के लिए संतो को एकजुट होना होगा। क्योंकि अब समय आ गया है जब इस्लामिक संगठन और कट्टरपंथी गुट देश की अस्मिता पर खुलकर हाथ डाल रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार के साथ-साथ हिंदू धर्म गुरुओं को भी अपने देश को दुश्मनों से बचाने के लिए युवाओं को जागृत करना होगा। बैरागी कैंप स्थित श्रीपंच निर्मोही अनी अखाडे़ में प्रेस को जारी बयान में श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि वर्तमान में पूरा विश्व आतंकवाद की समस्या से जूझ रहा है। और भारत में कई ऐसे असामाजिक तत्व है जो समय-समय पर देश को तोड़ने जैसा बयान देते हैं। राष्ट्र में एकता व भाईचारा बना रहे इसके लिए सभी संतो को आगे आकर समाज को समरसता का संदेश देना होगा। अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास महाराज ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में देश का समग्र विकास हो रहा है और आतंकवाद को करारा जवाब भी मिल रहा है। सभी को जरूरत है कि मिलजुल कर एकता भाईचारे का संदेश देते हुए विपरीत हालातों में सरकार का साथ दें। कोरोना महामारी के चलते आम आदमी के साथ साथ केंद्र व राज्य सरकारों को भी बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए सभी को धैर्य का परिचय देते हुए सरकार द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। और सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहना चाहिए। जगत गुरू स्वामी अयोध्याचार्य महाराज ने कहा कि राज सत्ता धर्म सत्ता के बिना अधूरी है। भारत हमारा सोने की चिड़या कहलाता है देश के सभी संत महापुरूषो को भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाना होगा तभी हमारा देश विश्व गुरू कहलाया। अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़े के राष्ट्रीय महासचिव महंत गौरी शंकर दास एवं अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़े के श्रीमहंत राम किशोर दास शास्त्री महाराज ने कहा कि संत महापुरुष राष्ट्र की धरोहर है। जो हजारों वर्षों से से मानव जाति का मार्गदर्शन कर राष्ट्र निर्माण में अपनी अहम भूमिका प्रदान करते चले आ रहे हैं। जब जब देश पर कोई भी विपत्ति आई है तो संत महापुरुषों ने अग्रणी भूमिका निभाकर देश का साथ दिया है। आज कुछ कट्टरपंथी लोग और आतंकवादी संगठन भारत की एकता और अखंडता को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। जिनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे। भारत देश हर प्रकार की चुनौती से निपटने में सक्षम है। और यदि जरूरत पड़ी तो संत समाज भी देश के लिए बलिदान देने से पीछे नहीं हटेगा। इस अवसर पर मंहत गोविन्द दास, मंहत लंकेश दास, मंहत अमीर दास, मंहत सिन्टू दास, मंहत सुखदेव दास, मंहत ब्रहम बाबा, स्वामी कमलेश्रा नन्द, ब्रहमाण गुरू अंनन्त महाप्रभु उपस्थित रहे।