हरिद्वार 24 जुलाई। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा है कि देवों के देव महादेव कैलाशपति भगवान शिव भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उन्हें मनोवांछित फल प्रदान करते हैं। जो दीन दुखी दीनानाथ के दरबार में आ जाता है। भगवान उसके सभी कष्टों का हरण कर उसका जीवन भवसागर से पार लगाते हैं। निरंजनी अखाड़ा स्थित श्री चरण पादुका मंदिर में भगवान शिव की आराधना के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए श्रीमंहत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि भगवान तो इस धरा के कण-कण में विराजमान है। परंतु व्यक्ति को उसका बोध नहीं होता। श्रावण मास अनंत लोको के स्वामी भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। और शिव आराधना को ही समर्पित है
इसलिए प्रत्येक श्रद्धालु भक्त को श्रद्धापूर्वक भोलेनाथ की आराधना अवश्य करनी चाहिए। श्रावण मास में की गई शिव आराधना कभी निष्फल नहीं जाती और साधक को सहस्र गुना पुण्य फल की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि हमें भगवान शिव के साथ-साथ मां भगवती की आराधना भी अवश्य करनी चाहिए। शिव और शक्ति की कृपा जिस व्यक्ति पर हो जाए उसका जीवन सदैव उन्नति की ओर अग्रसर रहता है। और उसे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। पतित पावनी मां गंगा के पवित्र जल से जलाभिषेक करने पर व्यक्ति के युगों युगों के जन्मों का पुण्य फल प्राप्त होता है। उन्होंने सभी देशवासियों को श्रावण मास की शुभकामनाएं प्रदान करते हुए विश्व कल्याण की कामना की।