देहरादून। हाईटेंशन लाइन में उलझी पतंग को डंडे से निकालने के दौरान हादसा हो गया। हादसे में भाई बहन करंट की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए। गंभीर हालत में दोनों को देहरादून अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार मनोज कुमार सेलाकुई थाना क्षेत्र के बायांखाला में किराए के मकान में रहते हैं। उनका खुद का ई-रिक्शा है, जबकि पत्नी झाझरा स्थित प्राइवेट अस्पताल में आया का काम करती हैं। शनिवार को पति पत्नी काम पर गए हुए थे। दोपहर करीब सवा दो बजे उनकी बेटी सोनिया और बेटा मयंक छत पर पतंग उड़ा रहे थे।
बताया जा रहा है कि इस दौरान पतंग घर के ऊपर से जा रही 132 केवी की हाईटेंशन लाइन में उलझ गई। दोनों बच्चें डंडे के सहारे पतंग को उतारने का प्रयास करने लगे। इस बीच लाइन में तेज धमाका हो गया। दोनों बच्चे करंट की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए। धमाके से घरों में जाने वाली 11 केवी की लाइन में भी आग भड़क गई। धमाके की आवाज सुनकर अफरा तफरी मच गई। लोग घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े।
लोगों की घटना की जानकारी पुलिस, फायर बिग्रेड और बिजली विभाग को दी। आनन फानन में लाइन को बंद कराया गया। छत पर दोनों बच्चे गंभीर हालत में पड़े थे। दोनों के शरीर काले पड़े थे। आनन फानन में दोनों को बाइक से सेलाकुई स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां हालत गंभीर होने पर पहले झाझरा और फिर देहरादून रेफर कर दिया गया। दोनों का कोरोनेशन अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बिजली विभाग के सहायक अभियंता विनीत कुमार गुप्ता बताया कि यह बात प्रकाश में आई है कि पतंग को डंडे से उतारने के दौरान हादसा हुआ। मामले की जांच कराई जा रही है।
धमाके के साथ ही घर में बिजली के प्वाइंट भी फुंक गए। जिस कारण घर से धुंआ निकलने लगा। वहीं 11केवी की लाइन में लगी आग को लोगों ने जैसे तैसे बुझाया। जिस कारण बायांखाला के 40 घरों में दो घंटे बिजली गुल रही।