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मेला प्रशासन को भव्य रूप से कुंभ मेला सम्पन्न कराने का निर्देश दें मुख्यमंत्री-श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी

राकेश वालिया

कुंभ मेला कार्यो की धीमी गति पर अखाड़ा परिषद ने व्यक्त की नाराजगी

हरिद्वार 23 दिसम्बर। अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों एवं मेला प्रशासन के साथ कुंभ मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी महाराज ने मेला कार्यो की धीमी गति पर असंतुष्टि जाहिर करते हुए मेला प्रशासन के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। प्रेस को जारी बयान में श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी महाराज ने कहा कि महामण्डलेश्वर नगर, गौरीशंकर क्षेत्र, बैरागी कैम्प सहित सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में कुंभ मेले से जुड़ी कोई व्यवस्था सुचारू नहीं है। किसी भी अखाड़े में मेला प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है। बिजली, पानी, पथप्रकाश के साथ सफाई कर्मचारियों की तैनाती भी अखाड़े में नहीं की गई है। मेला जोन में प्रत्येक कुंभ में 28 से 30 अस्थाई पुल बनाये जाते थे। लेकिन इस बार मात्र 7 से 8 पुल अभी तक बनाये गये हैं। श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी महाराज ने उत्तराखण्ड सरकार से मांग की है कि मेलाधिकारी को निर्देश दें कि सभी 13 अखाड़ों को जमीन आबंटित कर अखाड़ों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाये। 1 जनवरी को कुंभ मेले का नोटिफिकेशन जारी होना है, कुंभ मेला किसी भी परिस्थिति में दिव्य व भव्य रूप से सम्पन्न होगा। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना का प्रभाव पहले से कम हो गया है और सभी 13 अखाड़े सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाईन का पालन करने को भी तैयार है, फिर कुंभ को लेकर सरकार सोच में क्यों है। श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी महाराज ने कहा कि प्रयागराज में प्रतिवर्ष लगने वाला माघ मेला हरिद्वार कुंभ के बराबर ही होता है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघ मेले को भव्य रूप से सम्पन्न कराने के लिए कैम्प व टेन्ट लगाने की अनुमति प्रदान की है और अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी जारी किये हैं। लगभग 5 लाख टेन्ट प्रयागराज माघ मेले में लगाये जायेगें और माघ मेला प्रतिवर्ष की तरह ही विधिवत सम्पन्न होगा।
श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत मेला अधिकारियों को निर्देश दें कि उन्हें मेला भव्य रूप से सम्पन्न कराना है। अभी तक मेला अधिकारी ही भ्रमित है कि कुंभ मेला होगा या नहीं। उन्होंने कहा कि मेला हर हाल में भव्य रूप से सम्पन्न कराया जायेगा। यदि सरकार अखाड़ों को मूलभूत सुविधायें प्रदान नहीं करती हैं तो संतों द्वारा खुले में शौच कर प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान का भी उल्लघंन होगा। इसलिए मेला क्षेत्र में हर हाल में मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाये। श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी महाराज ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ पूर्व में आयोजित बैठक में भी यह मुद्दा उठाया था कि अधिकारी या तो मुख्यमंत्री की बात नहीं सुनते या मुख्यमंत्री को कुछ समझते नहीं है। उन्होंने कहा कि ईश्वर जल्द मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को स्वस्थ करे और वह आगे आकर कहें कि कुंभ मेला 2010 की तर्ज पर ही भव्य रूप से सम्पन्न होगा। यदि मुख्यमंत्री संत समाज की भावनाओं के अनुरूप कदम नहीं उठाते हैं तो अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर हरिद्वार कुंभ को परंपरागत रूप से भव्य व दिव्य रूप से संपन्न कराने की मांग करेगा।

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