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बैरागी संतों ने की अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी से मुलाकात

राकेश वालिया

16 मार्च को लाखों बैरागी संत पहुंचेंगे हरिद्वार-श्रीमहंत राजेंद्रदास

हरिद्वार, 25 फरवरी। बैरागी अखाड़ों के श्रीमहंतों ने बृहष्पतिवार को निरंजनी अखाड़े पहुंचकर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष से मुलाकात की। इस दौरान उपेक्षा को लेकर बैरागी संतों ने अपनी नाराजगी भी व्यक्त की। चर्चा के दौरान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि बैरागी अखाड़ों के लिए कुंभ मेले संबंधी कोई व्यवस्था न होने से बैरागी संतों की नाराजगी जायज है। बैरागी अखाड़ों के लिए मेला प्रशासन द्वारा अब तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है। बैरागी अखाड़ों में टेंट, बिजली, पानी, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं भी अब तक उपलब्ध नहीं करायी गयी हैं। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा कि इस संबंध में सरकार से वार्ता की जाएगी और अखाड़ा परिषद की शीघ्र ही बैठक बुलायी जाएगी। जिसमें सभी 13 अखाड़ों द्वारा निर्णय लिया जाएगा। उन्होंनेे कहा कि अभी तक हुए कार्यों से वह संतुष्ट नहीं है। कुंभ मेले के आयोजन को लेकर बैरागी अखाड़ों के संत असमंजस में हैं। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने राज्य सरकार के कुंभ मेले को सीमित किए जाने पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि कुंभ मेले के शाही स्नान की घोषणा मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के द्वारा की गई थी। जिसमे कुंभ के चार स्नान की घोषणा की गई थी। यह बैठक कोरोना महामारी के वक्त हुई थी। अब कुंभ की अवधि को कम कर दिया गया है। इसकोे लेकर अखाड़ा परिषद से सरकार द्वारा कोई वार्ता नहीं की गई। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी कमियां छुपाने के लिए कोरोना का बहाना कर रही है। कुंभ मेले के आयोजन को लेकर सरकार अपने निर्णय हमारे ऊपर थोप रही है। हम उसको मानने के लिए तैयार नहीं है। क्योंकि सरकार द्वारा इस संबंध में परिषद से कोई भी राय नहीं ली गई है। अखिल भारतीय श्रीपंच निर्मोही अनि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि मेला प्रशासन द्वारा वैष्णव संतों की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 16 मार्च को वृन्दावन से लाखों की संख्या में वैष्णव अखाड़ों के खालसे हरिद्वार आएंगे। इतनी बड़ी संख्या में आने वाले संतों के लिए मेला प्रशासन द्वारा अब तक कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। जिससे भारी अव्यवस्थाएं उत्पन्न हो सकती हैं। जिसका खामियाजा राज्य सरकार को भुगतना पड़ेगा। श्रीपंच निर्वाणी अनि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास एवं श्रीपंच दिगंबर अनि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत कृष्णदास महाराज ने कहा कि मेला प्रशासन को भूमि आवंटित कर बैरागी संतों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए। जिससे मेले में आने वाले खालसे अपनी तैयारियां समय से पूरी कर सकें। साथ ही मेले के दौरान धार्मिक अनुष्ठान, कथा प्रवचन की अनुमति भी राज्य सरकार को देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जल्द ही अखाड़ा परिषद की बैठक बुलाकर इस मामले पर निर्णय लिया जाएगा और यदि सरकार संतों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराती है तो वैष्णव संत उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। इस दौरान कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने भी अखाड़ा परिषद अध्यक्ष मुलाकात कर कुंभ मेले पर चर्चा की। इस अवसर पर श्रीमहंत रविन्द्रपुरी, श्रीमहंत रामरतन गिरी, श्रीमहंत ओमकार गिरी, महंत राधे गिरी, महंत रामजी दास, महंत मोहन दास, महंत सुखदेव दास आदि संत उपस्थित रहे।

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