विक्की सैनी/योगेश कुमार
हरिद्वार 1 अगस्त। दक्ष नगरी कनखल हो अथवा शहर का कोई भी कोना संपूर्ण हरिद्वार का क्षेत्र बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों से घिर चुका है। जिसका मुख्य कारण है भ्रष्टाचार में लिप्त विकास प्राधिकरण के अधिकारी और सफेदपोश नेता जिनकी मिलीभगत और शह पर बड़े-बड़े निर्माण कर दिए जाते हैं। ताजा मामला संदेश नगर के सामने बुड्ढी माता मंदिर के निकट राणा सिरेमिक के बगल का है। जहां बिल्डर द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से बड़ी बिल्डिंग का कमर्शियल निर्माण कर दिया गया है। आवासीय क्षेत्र में इस तरह के निर्माण हरिद्वार की भौगोलिक परिस्थिति को तो बिगड़ ही रहे हैं। साथ ही मोटे किराए के लालच में बिल्डरों द्वारा बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों का निर्माण कर आपदाओं को भी न्यौता दिया जा रहा है। जहां एक और हरिद्वार में होटलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। तो वही बिल्डर अब दक्ष नगरी कनखल को भी बिल्डिंग को से पाटने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर गंगा किनारे एनजीटी के नियमों को ताक पर रखकर बिल्डर द्वारा इंदिरा बस्ती निकट ट्रांसफार्मर के करीब अवैध निर्माण को पूरा कर लिया गया है। जिसकी शिकायत कई बार करने पर भी प्राधिकरण के अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।बिल्डरों की माने तो अधिकारी उनके हाथों की कठपुतली की तरह है। जो कार्रवाई के लिए जाएंगे भी तो इनके एक इशारे पर अपना रास्ता बदल लेते हैं। जल्द ही इस मामले में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इन अवैध निर्माण से अवगत कराया जाएगा। साथ ही क्षेत्रीय अधिकारी जो कार्रवाई के नाम पर मात्र नोटिस चिपका कर खानापूर्ति कर देते हैं। और इन निर्माणों से जुड़े आर्किटेक्ट जो कि अवैध निर्माणों के जरिए करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। उनकी संपत्ति की जांच कराकर भी उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी।