योगेश कुमार
हरिद्वार 23 जुलाई। हरिद्वार के अंदर बिल्डर और व्यवसाई की पहली पसंद गंगा किनारे से जुड़ी जमीन बनती जा रही है। फिर वह चाहे सिंचाई विभाग की हो या फिर सरकारी भूमि। भू- माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि एनजीटी, रेरा, सिंचाई विभाग और हरिद्वार /रुड़की विकास प्राधिकरण के नियमों को ताक पर रखते हुए धड़ल्ले से गंगा किनारे अवैध निर्माण करते चले जा रहे हैं। शिकायतकर्ता द्वारा बार-बार निर्माणकर्ता के खिलाफ शिकायत करने के बावजूद भी विभागीय अधिकारी मात्र नोटिस काटकर कार्रवाई को पूरा कर देते हैं। और बिल्डरों के हौसले इतने बुलंद है की बड़ी बड़ी बिल्डिंग गंगा किनारे खड़ी कर दी जाती है। जिन्हें फिर होटलों का रूप दे दिया जाता है। और मोटा किराया वसूला जाता है। ऐसा ही एक अवैध निर्माण कनखल स्थित जगजीतपुर रोड इंदिरा बस्ती बिजली ट्रांसफार्मर के निकट किया जा रहा है। निर्माणकर्ता द्वारा बड़ी तेजी के साथ इस कार्य को पूरा किया जा रहा है। विकास प्राधिकरण के अधिकारी इस निर्माण को लेकर आंखें बंद किए हुए हैं। शिकायत के बावजूद गंगा की परिधि के दायरे में निर्माण लगभग पूरा किया जा चुका है। विकास प्राधिकरण के सचिव तो इतने व्यस्त रहते हैं कि पूरे दिन उनकी मीटिंग का दौर जारी रहता है। कार्रवाई के लिए वह अपने ऑफिस से बाहर निकलना भी पसंद नहीं करते। फिलहाल इस अवैध निर्माण की शिकायत उपाध्यक्ष महोदय से की गई है अब देखना यह है कि कितने समय में इस अवैध निर्माण पर उपाध्यक्ष महोदय कार्यवाही करते हैं।