हरिद्वार। अवैध निर्माणों पर एच आर डी ए की सख्ती के बावजूद कनखल महात्मा गांधी रोड स्थित सीताराम धर्मशाला में बिना किसी हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण की किसी स्वीकृति के अवैध रूप से निर्माण का सिलसिला जारी है। हालांकि प्राधिकरण अधिकारियों ने धर्मशाला में चल रहे अनाधिकृत निर्माण के विरूद्ध निर्माण कार्य रूकवाने के लिए नोटिस की कार्रवाई की हुई है। लेकिन कार्रवाई का असर धर्मशाला संचालक बेअसर नजर आ रहा है। धर्मशाला संचालक ने हरिद्वार -रुडकी विकास प्राधिकरण के नोटिस के बाद अनाधिकृत निर्माण कार्य और तेजी से शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं कमरों एवं छतों में तोड़फोड़ के साथ ही साथ धर्मार्थ ट्रस्ट की संपत्ति के प्रथम तल में बने राम मंदिर को भी ध्वस्त कर कमरे में तब्दील कर दिया है। एक तरफ मोदी सरकार अयोध्या में करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक भगवान श्री राम मंदिर का निर्माण करती है वहीं दूसरी तरफ दूसरी प्रदेश में हिन्दू वादी सरकार होने के बाद भी धर्म नगरी में भगवान श्री राम के मंदिर को तोड़ दिया गया है। इससे पहले तथाकथित संचालक धर्मशाला में खड़े हरे वृक्षों का कटान करा चुका है। सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि तथाकथित संचालक ट्रस्ट संविधान के विरूद्ध धर्मशाला कब्जाने में लगा हुआ है। यह भी बताया जा रहा है कि चैरिटी धर्मशाला का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। उसके पश्चात भी हरियाणा निवासी संचालक सभी नियमों को ठेंगा दिखाते हुए युद्ध स्तर पर धर्मशाला में अवैध निर्माण कार्य करवा रहा है । अब देखना है कि हरिद्वार – रुड़की विकास प्राधिकरण के अधिकारी सीताराम धर्मशाला में चल रहे अनाधिकृत निर्माण और तथाकथित संचालक की मनमानी पर अंकुश लगा पाएंगा या नहीं।