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संतो पर दर्ज मुकद्मे वापस लेकर माफी मांगे सीएम-म.म.स्वामी रामेश्वरानन्द सरस्वती

हरिद्वार, 9 जनवरी। रामेश्वर आश्रम के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा है कि भाजपा सरकार में संतो के ऊपर मुकदमा दर्ज होना बेहद निंदनीय है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को संतो के ऊपर दर्ज मुकदमे को वापस लेना चाहिए अन्यथा इसके परिणाम सरकार को भुगतने होंगे। प्रेस को जारी बयान में महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि लोकतंत्र में सबको खुलकर बोलने का अधिकार है और अभिव्यक्ति की आजादी है। संत समाज धर्म की रक्षा के लिए सदैव प्रयासरत रहा है और आगे भी रहेगा। देश की अखंडता को भंग करने वालों के खिलाफ संत समाज सदैव खड़ा रहेगा और ऐसे लोगों को खुलकर जवाब दिया जाएगा। लेकिन सरकार द्वारा एक समुदाय विशेष के दबाव में संतो के ऊपर मुकदमा दर्ज करना बेहद ही निंदनीय है। सरकार को पहले ओवैसी जैसे लोगों पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजना चाहिए, जो समाज को तोड़ने की बात करते हैं और और समय-समय पर देश विरोधी और धर्म विरोधी वक्तव्य देते हैं। सनातन धर्म में शास्त्र के साथ-साथ धर्म की रक्षा के लिए शस्त्र का प्रयोग करने की भी प्रेरणा दी गई है और जब जब भी सनातन धर्म पर कुठाराघात किया गया है, तो संतो ने आगे आकर उसका मुंह तोड़ जवाब दिया है। मुगल शासन एवं अंग्रेजी सरकार में भी धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए संत एवं सनातन प्रेमी अपना पक्ष खुल कर रखते रहे हैं। लेकिन हिंदू विचारधारा वाली भाजपा सरकार में संतों पर मुकदमा दर्ज होना सरकार की धर्म विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी संतो के ऊपर दर्ज किए गए मुकदमों को वापस ले अन्यथा आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना होगा। शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने कहा है कि धर्म एवं राष्ट्र रक्षा के लिए संत समाज ने सदैव अग्रणी भूमिका निभाई है। सरकार यह बताए कि हिंदू धर्म संसद यदि हिंदुस्तान के विभिन्न प्रांतों में नहीं होगी तो क्या पाकिस्तान, अफगानिस्तान जैसे देशों में आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि आज देश में अनेकों नेता भगवान श्री राम को गाली देते हैं। उनके अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं और भगवान श्री कृष्ण के चरित्र पर उंगली उठाते हैं। तब केंद्र या राज्य सरकार उन लोगों को जेल में क्यों नहीं डालती। धर्म के ठेकेदार बनने वाली सरकार यह जान ले कि संत समाज उनका बंधुआ मजदूर नहीं है और धीरे धीरे समस्त संत समाज जागृत होकर हिंदू सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए आगे आ रहा है। आज भारत, अमेरिका, रूस, फ्रांस सहित अधिकतर देश जेहाद और आतंकवाद के खिलाफ हैं। सऊदी अरब जैसे मुस्लिम देश में भी तबलिगी जमात पर हाल ही में प्रतिबंध लगाया है। भारत सरकार को भी जेहाद और कट्टरवाद पर लगाम लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तत्काल प्रभाव से संतो से माफी मांगे और एक समुदाय विशेष के दबाव में आकर संतो के ऊपर दर्ज किए गए। मुकदमों को वापस ले अन्यथा इसका अंजाम सरकार को भुगतना होगा। महामंडलेश्वर स्वामी शिवानंद महाराज एवं स्वामी आत्मानन्द ने भी राज्य सरकार द्वारा संतों पर दर्ज किए गए मुकदमे खारिज करने की मांग की है।

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